Sudhanshu Shekhar : नया वर्ष नई कल्पना, उमंग और उत्साह को लेकर अवतरित हो रहा है. आदिकाल की सर्वश्रेष्ठ सभ्यता का द्योतक भारत पुनः अपनी लय में नया इतिहास रचने की ओर अग्रसर है. राम जन्मभूमि अयोध्या में आधुनिक स्थापत्य का उत्कृष्ट नमूना श्रीराम मंदिर लोकार्पित होने को है.
आर्थिक दृष्टि से भारत लगातार आश्चर्यजनक प्रगति का साक्षी बन रहा है. शेयर बाजार की तेजी में भारत की प्रगति का ग्राफ परिलक्षित हो रहा है. भारतीय उद्यमी वैश्विक सूचकांक में लगातार बेहतर स्थान हासिल कर रहे हैं.
अब हर किसी को निराशा से उबरकर रचनात्मक व आशावादी सोच को अपनाना है. राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त ने सार्थक संदेश देते हुए लिखा था- नर हो, न निराश करो मन को! जिस इंसान ने सागर की अथाह गहराइयों में पैठ की और हिमालय के उत्तुंग शिखरों का आरोहण किया व अंतरिक्ष की उंचाइयों को छुआ, उसके हताश होने का कोई कारण ही नहीं. 2023 का वर्ष अतीत बन चुका, अब उसके लिए चिंता में डूबने की कोई आवश्यकता नहीं है.
गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है कि विगत का शोक मत करो, वह तो बीत चुका, वर्तमान का विचार करो. हर नवीन वर्ष कुछ न कुछ नई चुनौतियों को लेकर आता है.
नया साल, नया अध्याय, नया संस्करण, नई शुरुआत. भारत दुनिया का मार्गदर्शन करे इसके लिए देश के प्रत्येक नागरिक को अपनी सोच में विस्तार का संकल्प लेना होगा. पुरानी गलतियों का परिमार्जन करके ऐसे सिद्धांत प्रतिपादित करने होंगे जिनका वैश्विक महत्व हो.
ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में नई पीढ़ी को अपनी प्रतिभा दिखानी होगी. संकीर्णताओं का परित्याग कर "विश्व बंधुत्व" एवं "बसुधैव कुटुम्बकम्" की शाश्वत अवधारणा को सही मायने में स्थापित करना होगा. कृषि क्षेत्र में क्रांति का आगाज करना होगा.
आइए उम्मीद करते हैं कि हम नई शुरुआत करें और अपने जीवन में और उत्साह लाएं. जो साल गुजर गया गमों में उन्हें गुजर जाने दो. नया साल होगा खुशियों से भरा, इसे उभरने दो. अपने हौसले और दृढ़ संकल्प को अडिग रखें और आप हमेशा सही के मार्ग पर चलेंगे. साहस, विश्वास और महान प्रयास से आप वह सब कुछ हासिल कर लेंगे, जो आप चाहते हैं.
जिंदगी के सफर का आनंद लें, निराशाओं को त्याग कर, खुशियों का स्वागत करें, आशाओं की नींद से जागकर. आने वाला साल खूबसूरत पलों का एक कैनवास हो, पोषित यादों की एक टेपेस्ट्री हो.
उम्मीदों भरा नववर्ष सभी के लिए मंगलदायक हो!
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