भारत लंबे समय तक अनुचित प्रतिस्पर्धा झेलता रहा : एस जयशंकर


नई दिल्‍ली : भारत की अर्थव्‍यवस्‍था इस समय तेज गति से आगे बढ़ रही है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर का कहना है कि भारत ने 'वैश्वीकरण युग' के नाम पर बहुत लंबे समय तक "अनुचित प्रतिस्पर्धा" को झेला है. उन्होंने कहा कि अगर प्रतिस्पर्धा अनुचित है, तो भारत के पास इसे खत्‍म करने की क्षमता होनी चाहिए. शुक्रवार को फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की 96वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि इतिहास भारत के पक्ष में है और हर योग्य सूचकांक भारत के पक्ष में काम कर रहा है.

जयशंकर ने कहा, "देश और विदेश दोनों जगह हमारे लिए अनुचित प्रतिस्पर्धा से सुरक्षा वास्तव में एक चुनौती है. हम डेटा कैसे प्राप्त करते हैं? हम समझ कैसे बनाते हैं... हम यह कैसे सुनिश्चित करते हैं कि यह नीतियों में शामिल हो? तो फिर कैसे क्या हम अपनी सुरक्षा का निर्माण करते हैं? और हम अनुचित प्रतिस्पर्धा के खिलाफ कैसे कार्रवाई करते हैं, क्योंकि बहुत लंबे समय से इस देश (भारत) ने वैश्वीकरण युग के नाम पर अनुचित प्रतिस्पर्धा को झेला है, ऐसा ही होता है."

उन्‍होंने कहा, "हमें इस अनुचित प्रतिस्पर्धा के साथ नहीं रहना है. यदि प्रतिस्पर्धा अनुचित है, तो हमारे पास इसे चुनौती देने की क्षमता होनी चाहिए. आखिरकार, हम भारत के वैश्वीकरण में कैसे मदद कर सकते हैं, क्योंकि दुनिया वैश्वीकरण कर रही है. इतिहास हमारे पक्ष में है. हर सूचकांक हमारे पक्ष में काम कर रहा है. अगले 25 वर्ष केवल भारत के 'विकसित भारत' के रूप में आगे बढ़ने के लिए नहीं है, बल्कि असल में एक विकसित भारत के रूप में दुनिया के बढ़ने के भी संकेत हैं. यानि विश्‍व, भारत की विकास यात्रा के साथ आगे बढ़ेगा."

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