तमिलनाडु: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने सनातन धर्म को लेकन दिए अपने बयानों में बुरी तरह फंस गए हें. डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु में आयोजित सनातन उन्मूलन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सनातन को मच्छर, डेंगू, मलेरिया और कोरोना की तरह ही खत्म करने की जरूरत है.
उदयनिधि के इस बयान की काफी आलोचना हो रही है और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. इस पर तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने सवाल उठाते हुए कहा है कि स्टालिन भारत की 80 प्रतिशत आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल द्वारा उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म के खिलाफ उनके उत्तेजक, भड़काऊ और मानहानिकारक बयान के लिए दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है, इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी,153ए, 295, और 504 of और आईटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं. इसके अलावा, हिंदू सेना ने भी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत दर्ज कराई है.
क्या कहा था उदयनिधि ने?
उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की है. उन्होंने कहा है कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. उदयनिधि ने शनिवार को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में दिए बयान में कहा सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए.
हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है, इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. तमिलनाडु की सत्ता पर काबिज डीएमके सरकार में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है.
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