Politics On Holidays: बिहार (Bihar) के सरकारी स्कूलों (Government School) में छुट्टीयों की कटौती पर सियासत तेज हो चुकी है. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा सरकारी स्कूलों छुट्टियां कम करने पर मोर्चा खोलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जवाब दिया है.
उन्होंने शनिवार को कहा कि छुट्टियों की कटौती को लेकर किसी तरह का विवाद नहीं है, सब झूठ बोलते रहते हैं. उन्होंने फिर कहा कि हर कोई पढ़ना चाहता है, इसीलिए ये सारा कुछ किया जा रहा है. "बच्चों को शिक्षित करने में क्या बुराई है? हम चाहते हैं कि बच्चों को समय पर अच्छी शिक्षा मिले."
भाजपा से बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह (MP Giriraj Singh) ने कहा कि 'नीतीश सरकार' विशेष समुदाय को खुश करने के लिए स्कूलों की छुट्टियों को कम किया है. नीतीश सरकार बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहती है. मुमकिन है कि एक दिन बिहार में शरिया कानून भी लागू कर दिया जाए.
सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि छुट्टियों के मुद्दे उठाकर भाजपा सियासी माइलेज लेना चाहती है. क्योंकि आज तक बिहार में भाजपा यादव वोट बैंक को नहीं साध सकी है. हिदुत्व की सियासत करने वाली पार्टी को मौका मिल गया है सरकार को हिंदू विरोधी दिखाने का, सरकार के इस फैसले से शिक्षक संगठनों में भी नाराजगी है.
शिक्षक वर्ग ने यहां तक कहा दिया है कि अगर सरकार अपने फैसले वापस नहीं लेती है तो आगामी चुनाव में प्रदेश सरकार का बहिष्कार करेंगे. भाजपा को मौका मिल गया है कि इस मुद्दे को कैश कराते हुए महागठबंधन के वोट बैंक में सेंधमारी कर सके.
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