दिल्ली: एक तरफ मणिपुर हिंसा को लेकर संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक (BJP Parliamentary Meeting) को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सभी सांसदों को संसद में सक्रिय रूप से भाग लेने का निर्देश दिया।
इसके अलावा राज्यसभा में सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने सदन में गैरहाजिर रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सांसदों को फटकार लगाई है।
पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने बीजेपी के राज्यसभा सासंदों को सदन में मौजूद रहने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि जिन सासंदों को खाना खाने जाना है, वो ब्रेक में जाए ना कि सदन चलने के दौरान।
गैरहाजिर रहने वाले सासंदो के लिए कोई बहाना नहीं चलेगा। इस सत्र में अब तक करीब 23 सांसद सदन से अलग-अलग मौकों पर गैरहाजिर पाए गए हैं।
पीयूष गोयल ने राज्यसभा में विपक्ष को दिया जवाब
मणिपुर हिंसा पर चर्चा की विपक्ष की मांग को लेकर मंगलवार को भी राज्यसभा में गतिरोध बना रहा और सरकार ने जोर दिया कि पूर्वोत्तर राज्य के साथ ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे प्रदेशों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के विषय पर भी चर्चा होनी चाहिए।
प्रश्नकाल में ही नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संबंध में करीब 50 सदस्यों ने नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विपक्षी सदस्य चार दिन से लगातार चर्चा की मांग कर रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे की बात का जवाब देते हुए सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि किसी भी महिला के साथ अत्याचार होता है तो वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार इस विषय के साथ छत्तीसगढ़, राजस्थान, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं पर चर्चा चाहती है।
गोयल ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है और गृह मंत्री स्थिति स्पष्ट करेंगे, लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं कर रहा क्योंकि वह अपनी विफलता को छिपाना चाहता है।
पीयूष गोयल ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध एक संवेदनशील विषय है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष संवेदनशील होता तो वह इस विषय पर तुरंत चर्चा करता, लेकिन वह चार दिन से समय की बर्बादी कर रहा है।
इस दौरान कई विपक्षी सदस्यों ने व्यवस्था के प्रश्न के तहत मणिपुर मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की।
गौरतलब है कि 20 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के दौरान मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण सदन में अभी तक गतिरोध बना हुआ है।
सोमवार को सत्ता पक्ष की ओर से लाए गए एक प्रस्ताव पर आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को वर्तमान सत्र के शेष हिस्से के लिए निलंबित करने के प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दी थी।
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