जून के महीने में उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में आसमान से आग बरस रही है. भीषण गर्मी और लू के चलते लोगों का दिन में खुले में बाहर निकलना मुश्किल है. वहीं, पिछले तीन दिनों में उत्तर प्रदेश और बिहार में लू के चलते 100 लोगों की मौत हो गई. 600 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हैं. इन बीमार लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
गर्मी और लू के चलते मरने वालों की संख्या उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में ज्यादा है. यहां पिछले तीन दिनों 54 लोगों की जान चली गई. 400 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां डॉक्टरों की देखरेख में सभी का इलाज चल रहा है. हालांकि, बलिया में इतनी बड़ी संख्या में जान जाने पर जांच विभाग की टीम ने इसका कारण लू नहीं बताया है.
यूपी में इतनी संख्या में हुई मौतों को लेकर विपक्ष ने भी योगी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा यूपी के कई जिलों में बड़ी संख्या में गर्मी और लू के चलते जान चली गईं. इसमें सबसे ज्यादा संख्या बलिया जिले की है. योगी सरकार सिर्फ बड़े-बड़े दावे करती है. सच्चाई कुछ और होती है. जनता को गर्मी और लू से बचाने के लिए योगी सरकार के पास कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने लू के चलते जान गंवाने वाले परिजनों को मुआवजा देने की भी मांग की है.
यूपी में पड़ रही भीषण गर्मी और बड़ी संख्या में जान जाने पर योगी सरकार अलर्ट हो गई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रशासन और अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं. सीएम योगी ने कहा कि जगह-जगह प्याऊ (पीने का पानी का स्टॉल) लगाए जाएं. सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाए. लू से बचने के लिए जनजागरुक अभियान चलाया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि आवारा जानवरों के लिए भी छाया के पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए.
यूपी ही नहीं लू की चपेट से बिहार में भी बड़ी संख्या में जान गई है. पिछले दो दिनों के अंदर बिहार के अलग-अलग जिलों में 42 लोगों की जान गई है. ज्यादातर मौतें राजधानी पटना में हुई हैं. गर्मी के चलते 200 लोग बीमार पड़ गए. इन सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. बता दें कि उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में दिन का तापमान 45 डिग्री के पार जा रहा है. तेज धूप के साथ ही गर्म हवाएं (लू) भी चल रही हैं. इसके चलते लोग बड़ी संख्या में बीमार पड़ रहे और जानें भी जा रही हैं.
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