पाकिस्तान में चुनाव कराने की मांग पर चल रहे विवाद का समाधान हो गया है. पाकिस्तान की सरकार और विपक्ष में इस पर समझौता हो गया है. दोनों में देश में एक ही दिन चुनाव कराने पर सहमति बन गई है. अब चुनाव की तारीख पर सहमति को लेकर जद्दोजहद चल रही है.
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ लंबे समय से चुनाव कराने की मांग कर रही थी. इसके लिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में विधानसभा भंग कर नए सिरे से चुनाव कराने की पहल भी हुई थी. पिछले दिनों अदालत ने 14 मई तक पंजाब प्रांत के चुनाव कराने के निर्देश दिए थे. इसके बाद इमरान खान ने 14 मई तक पंजाब के चुनाव न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी. साथ ही उन्होंने पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की सरकार की मंशा पर 14 मई से पहले सभी विधानसभाएं भंग करने की बात कही थी.
सरकार और इमरान की पार्टी के बीच हुई बातचीत में एक ही दिन सारे प्रांतीय और केंद्रीय चुनाव कराने का फैसला किया गया है. इस बात पर सहमति हुई है कि एक केयरटेकर सेटअप की देखरेख में यह चुनाव होंगे. अब तारीख को लकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बैठक होनी है. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता यूसुफ रजा गिलानी का कहना है कि दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हैं कि वह चुनाव के नतीजों को स्वीकार करेंगे.
बैठक में पीएमएल-नवाज पार्टी की तरफ से इशाक डार, ख्वाजा साद रफीक, आजम नजीर, सरदार अयाज सादिक, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की तरफ से यूसुफ रजा गिलानी, सैयद नवीद कमर और विपक्षी पार्टी पीटीआई की तरफ से शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी और सीनेटर अली जफर शामिल हुए.
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