बिहार के गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी. कृष्णैया की हत्या के दोषी आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. डीएम जी. कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने याचिका दायर कर दोषी आनंद मोहन की रिहाई को दी चुनौती है.
उमा कृष्णैया की ओर से वकील तान्या श्री के जरिये दायर याचिका में आनंद मोहन की रिहाई को रद्द कर उन्हें फिर से जेल भेजे जाने की मांग की गई है. हाल ही में बिहार सरकार द्वारा जेल नियमों में किये गये संशोधन के चलते ये रिहाई संभव हो पाई है.
याचिका में कहा गया है कि आनंद मोहन की रिहाई सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के विपरीत है. आनंद मोहन की रिहाई का फैसला गलत तथ्यों के आधार पर लिया गया है. उल्लेखनीय है कि जी कृष्णैया की हत्या 5 दिसंबर, 1994 को हुई थी.
Post a Comment