Helicopter Crash: अरुणाचल प्रदेश में सेना का चीता हेलीकॉप्टर क्रैश, हादसे में दोनों पायलटों की मौत


अरुणाचल प्रदेश में बोमडिला के पश्चिम में मांडला के पास सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में दोनों पायलटों की मौत हो गई. घटना कैसे हुई इस बात की पूरी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि बोमडिला के पास परिचालन उड़ान भर रहे हेलीकॉप्टर का सुबह 9.15 बजे हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) से संपर्क टूट गया था.

उन्होंने कहा, ‘यह बोमडिला के पश्चिम में मांडला के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. खोज एवं बचाव दलों को घटनास्थल पर भेजा गया है.’ हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए लिए दलों को भेजा गया. जानकारीके मुताबिक, भारतीय सेना, एसएसबी और आईटीबीपी के पांच दलों को तुरंत रवाना किया गया.

भारतीय सेना ने कहा कि मंडला के पूर्व में बंगलाजाप गांव के पास विमान का मलबा मिला था. उन्होंने कहा कि हमें खेद के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हादसे में हेलिकॉप्टर के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और को-पायलट मेजर जयनाथ ए की जान चली गई. हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए जा रहे हैं.

बता दें कि मार्च 2022 में जम्मू-कश्मीर में भी चीता का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में दो पायलटों में से एक की मौत हो गई थी जबकि एक को गंभीर चोटें आई थीं. हादसे के लिए खराब मौसम को जिम्मेदार बताया गया था. यह हदास उस समय हुआ था हेलीकॉप्टर की लैंडिंग होने वाली थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से नियंत्रण खो दिया.

भारतीय सेना के चीता हेलीकॉप्टरों की गिनती हल्के हेलीकॉप्टरों में होती है. यह एक सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर होता है. भारतीय सेना के पास 200 चीता हेलीकॉप्टर हैं. हेलीकॉप्टर में ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम और वेदर रडार जैसे सिस्टम नहीं लगे हैं. यही वजह है कि खराब मौसम में यह हादसे का शिकार हो जाते हैं.

वैसे भी अरुणाचल प्रदेश पहाड़ियों से घिरा हुआ है. ऐसे में यहां एकाएक मौसम बदल जाता है.ऐसे में इन इलाकों में किसी भी हेलीकॉप्टर को उडाना आसान नहीं होता है. यही वजह है कि इन स्थानों पर बाकी राज्यों की तुलना में ज्यादा हादसे होते रहे हैं.

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