प्रदेश कांग्रेस राज्य में आने वाले दिनों में भाजपा और तृणमूल के खिलाफ वामपंथियों के साथ तालमेल में लड़ना चाहती है. वहीं, माकपा ने प्रदेश कांग्रेस के रुख का स्वागत किया है.
बता दें कि सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस व वाममोर्चा ने मिलकर चुनाव लड़ा थी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे सागरदिघी के बाद तालमेल को आगे बढ़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सागरदिघी चुनाव से पहले उन्होंने खुद माकपा नेता बिमान बोस और मोहम्मद सलीम से कहा था कि हम वहां मजबूत हैं. आप वहां समर्थन करें, तो बेहतर है.
अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि उन्होंने प्रस्ताव को बहुत ईमानदारी से स्वीकार किया और एक साथ लड़े. मैंने भी बिमान बोस की बात सुनने के बाद वाम दलों के समर्थन की बात कही थी. लेकिन 2016 और 2021 में विधानसभा में सहमति बनने के बाद भी वामपंथियों ने फिर दूरी बना ली है.
इस संदर्भ में माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि कांग्रेस ने माकपा प्रत्याशी को समर्थन देने का वादा करने के बावजूद बालीगंज उपचुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा किया था. सागरदिघी में भी तैयारियों के बाद माकपा को कांग्रेस प्रत्याशी के नाम की जानकारी दी गई थी. उसके बाद भी हम लोगों ने सागरदिघी में समर्थन किया है.
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