बजट सत्र को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. 1 फरवरी को बजट पेश होता रहा है. आज पीएम नरेंद्र मोदी कई अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं. इसके साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्टों से भी आज पीएम मोदी नीति आयोग की बैठक में चर्चा करेंगे. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने की तैयारी कर रही हैं.
बजट पेश करने से पहले विभिन्न संस्थाओं से उनकी अपेक्षाएं और प्रतिक्रिया की प्रक्रिया जारी है और उनकी मांगों पर सरकार की ओर ध्यान दिया जाता है. बजट में इस बार भी हर बार की तरह राजकोषीय घाटा को नियंत्रित करने के साथ साथ विकास के उपायों पर जोर रहेगा. इस बार बजट सत्र 6 फरवरी से प्रारंभ होकर 6 अप्रैल तक चलेगा. बजट सत्र के बारे में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने जानकारी साझा की है.
केन्द्रीय मंत्री ने बताया है कि बजट सत्र 2023 के संसद का कार्यवाही 31 जनवरी से आरंभ होगी. इसके साथ ही यह कार्यवाही 6 अप्रैल तक चलेगी और इस दौरान 27 बैठकें आयोजित की जाएंगी. ये सत्र लगभग 66 दिनों का होगा. इस सत्र में जोशी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण, केंद्रीय बजट और अन्य मुद्दों पर सार्थक बहस की उम्मीद जताई है.
उल्लेखनीय है कि इस बार भी बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. जहां नौकरीपेशा लोग एक बार आयकर छूट सीमा में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं वहीं व्यापारी वर्ग की अपनी मांगें हैं. व्यापारी वर्ग कई उत्पादों में जीएसटी कम करने की आश लगाए बैठा है.
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