दुर्गा पूजा के त्यौहार में माँ दुर्गा के स्वागत की तैयारी के साथ ही उत्सव एवं भक्ति के मौसम की शुरुआत भी होती है। इस बार त्योहारों के मौसम में आशीर्वाद आटा एक अनोखी पहल करने जा रहा है, जिसका उद्देश्य मां दुर्गा की तरह हमारे जीवन की मांओं के ‘अनेक रूपों’ और उनकी ‘अनेक ऊर्जा’ का उत्सव मनाना है। यह पहल आशीर्वाद के कैंपेन ‘एटा अमार मां’ से जुड़ी है। इस कैंपेन के तहत अपनी मांओं के विभिन्न अवतार और उनकी एनर्जी की सराहना करते हुए कोलकाता के लोगों को अपनी रचनाएं भेजने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
कैंपेन के तहत मां दुर्गा के 108 नामों का सर्वश्रेष्ठ वर्णन करने वाली रचनाओं को चुना जाएगा और उन्हें एक काफी टेबल बुक के रूप में तैयार किया जाएगा। ‘एटा अमार मां’ नामक इस काफी टेबल बुक को शहर के प्रसिद्ध चित्रकार द्वारा डिजाइन किया जाएगा। यह पहल कोलकाता के लोगों को शीर्षेंदू मुखोपाध्याय, परमब्रता चटर्जी, सुदीप्ता चक्रबर्ती और रूपांकर बागची जैसी प्रसिद्ध हस्तियों की रचनाओं के साथ अपनी रचानाओं को प्रकाशित करने का एक अच्छा अवसर भी प्रदान करती है।
इस बुक का फिजिकल एवं डिजिटल संस्करण रिलीज़ किया जाएगा और मांओं के विभिन्न अवतारों का प्रदर्शन करने एवं दुर्गा पूजा उत्सव की उमंग बढ़ाने के लिए इसका वितरण किया जाएगा। दिनांक 1 अक्टूबर से शुरु हुई इस पहल के अंतर्गत आशीर्वाद आटा 10 अक्टूबर तक कोलकाता वासियों की रचनाएं स्वीकार करेगा। इच्छुक लोग अपनी एंट्री आशीर्वाद आटा डॉट कॉम पर जमा कर सकते हैं।
लोगों को प्रेरित करने एवं पहल में हिस्सा लेने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए ब्रांड ने एक वीडियो भी रिलीज किया है जो ‘एटा अमार मां’ के मूल तत्व को खुबसूरत तरीके से सामने रखता है। यह वीडियो ऐसी माँओं का सम्मान करता है जो हमारे लिए वास्तव में एक आशीर्वाद है।
बुधवार को महालया अमावस्या (सर्व पितृ अमावस्या) के साथ कोलकाता की दुर्गा पूजा शुरू हो गई। मान्यता है कि महालया के साथ जहां श्राद्ध पक्ष खत्म होते हैं। इसी दिन मां दुर्गा कैलाश पर्वत से धरती पर आगमन कर अगले 10 दिनों के लिए वास करती हैं। 10 दिनों के दौरान पूरे बंगाल में दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाई जाती है, लेकिन कोरोना महामारी के मद्देनजर हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार इस साल भी दुर्गा पूजा होगी। कोलकाता पुलिस इस बाबत तत्पर है और विभिन्न पूजा पंडालों का परिभ्रमण कर नियमों की जांच कर रही है।
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