भारतीय बाजार में बढ़ी FDI, पिछले साल के मुकाबले इस साल 168 फीसद की हुई बढ़ोतरी

वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में भारतीय बाजार में काफी अच्छा विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है। सरकार ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया है कि, भारतीय बाजार ने अप्रैल से जून की तिमाही के दौरान 22.53 अरब अमेरिकी डॉलर का कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त किया है, जो कि एक साल पहले की अवधि में प्राप्त हुए 11.84 अरब अमेरिकी डॉलर से 90 फीसद तक अधिक है। वित्त वर्ष 2021-22 के पहले तीन महीनों में 17.57 अरब अमेरिकी डॉलर का एफडीआई इक्विटी प्रवाह देखने को मिला है जो कि, एक साल पहले की अवधि में 6.56 अरब अमेरिकी डॉलर था। पिछले साल के मुकाबले इस साल एफडीआई में 168 फीसद की वृद्धि हुई है।

वित्त वर्ष 2021-22 के पहले तीन महीनों के दौरान ऑटोमोबाइल उद्योग बाजार के शीर्ष क्षेत्र के रूप में उभर कर सामने आया है। ऑटोमोबाइल उद्योग में विदेशी निवेश के तहत कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह का 27 फीसद तक है। इसके बाद सबसे अधिक एफडीआई इक्विटी का प्रवाह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में देखने को मिला है,जो कि 17 फीसद तक है। इसके साथ ही कंप्यूटर हार्डवेयर के क्षेत्र में भी 11 फीसद का एफडीआई इक्विटी का प्रवाह हुआ है।

ऑटोमोबाइल सेक्टर के उद्योग के तहत, विदेशी निवेश में कर्नाटक राज्य में सबसे ज्दादा एफडीआई इक्विटी प्रवाह हुआ है जो कि कुल प्रवाह का 88 फीसदी है। वित्त वर्ष 2021-22 के जून के दौरान कर्नाटक कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह के 48 फीसदी हिस्से के साथ शीर्ष विदेशी निवेश प्राप्तकर्ता राज्य था। इसके बाद क्रमशः महाराष्ट्र (23 फीसदी) और दिल्ली (11 फीसदी) का स्थान आता है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि, "एफडीआई नीति सुधारों, निवेश की सुविधा और व्यापार करने में आसानी के मोर्चे पर सरकार द्वारा उठाए गए उपायों के परिणामस्वरूप देश में एफडीआई प्रवाह में वृद्धि हुई है।"

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