भाजपा और झामुमो की राजनीतिक लड़ाई का सीसीएल बना अखाड़ा, MPL का कोयला परिवहन प्रभावित

पचंबा की जमीन को लेकर मचा बवाल थमा नहीं कि फिर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी एवं गिरिडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के बीच ठन गई है। मामला है मैथन पावर लिमिटेड कंपनी को सीसीएल गिरिडीह से कोयला उठाने देने का। एमपीएल को कोयला उठाव से अब तक रोक रहे झामुमो एवं उसके श्रमिक संगठन झाकोमयू के सुर बदल गए हैं। संकेत मिल रहे कि अब कोयला उठाने देना है। अंदरखाने कुछ ऐसी खिचड़ी पकी है कि बाद झामुमो-झाकोमयू ने अपना स्टैंड बदल लिया है। नतीजा विरोध की कमान भाजपा और उसके विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने थाम ली है। साफ है कि भाजपा और झामुमो की राजनीतिक लड़ाई का अखाड़ा अब सीसीएल गिरिडीह बनेगा।

यह है मामला

मैथन पावर लिमिटेड कंपनी काफी समय से सीसीएल गिरिडीह से कोयला उठाने की कोशिश कर रही है। ट्रक आनर एसोसिएशन, असंगठित मजदूर, झामुमो व झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के विरोध के कारण कोयला नहीं उठा सकी है। सीसीएल कंपनी यहां रेलवे रैक एवं रोड सेल से कोयला भेजती है। यहां 12 सौ ट्रकों पर कोयला लोड करने को हजारों असंगठित मजदूर हैं। विरोध करने वालों का तर्क है कि एमपीएल पेलोडर से अपने हाइवा में कोयला लोड कर ले जाएगी। इससे स्थानीय ट्रक मालिक एवं असंगठित मजदूर प्रभावित होंगे। उनका काम बंद हो जाएगा। वे बेरोजगार हो जाएंगे। अब तक इसी बिंदु पर आंदोलन को धार देकर विधायक सोनू लीड करते रहे हैं। एमपीएल की अब तक कोयला उठाने की चार कोशिशें इसी के चलते नाकाम हुई हैं। फिर एक हजार टन कोयला उठाव का आदेश उसे मिला गया है। एमपीएल भी नई रणनीति के साथ उतरी है। ट्रक आनर्स एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र यादव कहते हैं कि झामुमो विधायक सोनू इस बार कुछ नहीं बोल रहे हैं। असंगठित मजदूरों ने बताया है कि विधायक के लोगों ने कहा है कि एमपीएल को कोयला उठाने दीजिए।

स्थानीय ट्रक मालिकों, चालकों एवं मजदूरों को बेरोजगार कर एमपीएल को कोयला उठाने नहीं देंगे। यहां की में यहां के ही लोगों को रोजगार मिलना चाहिए। यहां के लोगों का रोजगार छीनने नहीं देंगे।

-बाबूलाल मरांडी, भाजपा विधायक दल के नेता

'एमपीएल कोयला उठाएगी, इसकी सूचना प्राप्त हो रही है। अपने साथियों से विमर्श करेंगे। उसके बाद उचित निर्णय लेंगे।

सुदिव्य कुमार सोनू, झामुमो विधायक गिरिडीह

'झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू एवं उनकी यूनियन ने एमपीएल के कोयला उठाने का हमेशा विरोध किया। आज कौन सी स्थिति आ गई कि विधायक चुप हैं। स्थानीय मजदूरों के पक्ष में खड़े होने की जगह चुप्पी साधने का रहस्य उन्हें खोलना चाहिए।

सुरेश साव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा

'एमपीएल को पहले भी सीसीएल से भगा चुके हैं। इस बार भी प्रभावित होने वाले ट्रक चालकों एवं मजदूरों ने संपर्क किया तो एमपीएल के खिलाफ आंदोलन में कूद पड़ेंगे। एमपीएल को यहां से भगाकर रहेंगे ।

निर्भय कुमार शाहाबादी, पूर्व भाजपा विधायक, गिरिडीह


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