ऑक्सीजन प्लांट में 3 पालियों में नियमित रूप से दंडाधिकारी तैनात रहे:डीएम

-डीएम ने अनुपस्थित पाए जाने वाले चिकित्सकों को 24 घण्टे के अंदर अपने पदस्थापित स्थान पर योगदान देने का निर्देश दिया

-डीएम ने कहा योगदान नहीं करने की स्थिति में इन चिकित्सकों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 तथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

सूरज कुमार

गया।डीएम अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को कोविड-19 से संबंधित आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित की गयी, जिसमें मुख्य रूप से अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने, ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में माइकिंग के द्वारा स्थानीय भाषा मे कोविड बचाव एवं सुरक्षा संबंधी निदेशों का प्रचार प्रसार सुनिश्चित कराने, टीकाकरण कार्य की समीक्षा, कोरोना जांच में तेजी लाने सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से विचार विमर्श करते हुए निदेश दिए गए। 

 बैठक में डीएम द्वारा निदेश दिया गया कि ऑक्सीजन प्लांट में 3 पालियों में नियमित रूप से दंडाधिकारी तैनात रहे। ऑक्सीजन की उपलब्धता तथा खपत के बारे में प्रतिदिन प्रतिवेदन देने का निदेश दिया। साथ ही निजी अस्पताल को ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति करने का निदेश दिया गया। बैठक में बताया गया कि गठित कमिटी ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल की समीक्षा के उपरांत अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराएगी। 


बैठक में डीएम ने सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि शेरघाटी, टिकारी, जय प्रकाश नारायण अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करावे तथा शेरघाटी, टिकारी अस्पताल में कम गंभीर मरीज को रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि एएनएमएमसीएच पर दबाव न बढ़े, इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी न हो इसे सुनिश्चित करें। 

डीएम द्वारा कोरोना जांच की गति में और अधिक तेजी लाने का निदेश दिया गया।जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच कम हुए हैं, उनसे इसका कारण पूछने का निदेश सिविल सर्जन को दिया गया। बैठक में सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि अनुमंडलीय अस्पताल, शेरघाटी तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बोधगया के कुछ चिकित्सक अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित है।इन चिकित्सकों में - अनुमंडलीय अस्पताल, शेरघाटी में पदस्थापित डॉ० अरविंद कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी विगत 20 जनवरी 2021 से अवकाश का आवेदन देकर आज की तिथि तक अनुपस्थित हैं। साथ ही डॉ० असीम कुमार गौरव, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बोधगया 16 जनवरी 2021 से अबतक अनुपस्थित, डॉ० रजनी कुमार गौतम, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बोधगया 29 दिसम्बर 2020 से अबतक अनुपस्थित है तथा डॉ० रवि कुमार श्रीवास्तव, संविदा आधारित, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चेरकी द्वारा दिनांक-21 मार्च, 2021 से अबतक अनुपस्थित हैं।डीएम ने निदेश दिया है कि उक्त सभी चिकित्सक 24 घण्टे के अंदर अपने पदस्थापित स्थान पर योगदान करे, योगदान नहीं करने की स्थिति में इन चिकित्सकों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 तथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में कोरोना जांच की गति में तेजी लाने हेतु अतिरिक्त लैब टेक्नीशियन को लगाने का निदेश दिया गया। इसी परिप्रेक्ष्य में निदेश दिया गया कि अगर कोई योग्य लैब टेक्नीशियन हैं और वे 3 महीने के लिए कार्य करना चाहते हैं, तो वे अपने सभी प्रमाण पत्र के साथ प्राचार्य, एएनएमएमसीएच के मोबाइल नंबर-9470003290 तथा जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में मोबाइल संख्या-9471002868 पर संपर्क कर सकते हैं।

 बैठक में डीएम ने सभी सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों को स्पष्ट निदेश दिया कि वे अस्पताल में भर्ती मरीजों के समुचित एवं बेहतर ईलाज़ देने की कोशिश करें। चिकित्सक मरीज से बात चीत कर उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास करें तथा उसके अनुरूप ईलाज़ करें। साथ ही मरीजो के खानपान, दवा, इत्यादि की भी अच्छी व्यवस्था कराने का प्रयास करें। 

बैठक में डीएम द्वारा निदेश दिया गया कि ज़िले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी/कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद माइकिंग के माध्यम से मास्क पहनने की अनिवार्यता, सामाजिक दूरी का अनुपालन, टीका लेने की अपील, कोविड संबंधित लक्षण दिखने पर जांच अवश्य करावे तथा राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा दिये गए सलाह के अनुसार दवा का सेवन करने एवं सावधानी बरतने संबंधी प्रचार प्रसार स्थानीय भाषा मे करावे। 

बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि वे वाहनों पर बैठे यात्रियों द्वारा मास्क पहनने से संबंधित नियमित रूप से जांच करावे। साथ ही वाहनों पर सामाजिक दूरी के अनुपालन संबंधी कार्यों का भी जांच करावे। जो वाहन मालिक कोविड गाइडलाइन की अनदेखी करेंगे, उनपर सख्त कार्रवाई करे। 

डीएम ने लोगों से अपील किया है कि अपनी बारी आने पर कोविड का टीका अवश्य ले, क्योंकि टीकाकरण प्रभावी तथा सुरक्षित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीका के बावजूद भी अगर कोई व्यक्ति संक्रमित होते हैं तो उसकी गंभीरता बहुत कम होती है, जो सावधानी बरतने एवं दवा के सेवन से रिकवर हो जाती है। अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखे तो वे बिना समय गवाएं, जांच अवश्य करावे। अगर जांच में पॉजिटिव परिणाम आता है तो स्वयं को घर मे अथवा अस्पताल में आइसोलेट कर अपना ईलाज़ करावे।

बैठक में अपर समाहर्त्ता, सहायक समाहर्त्ता, सिविल सर्जन, एसीएमओ, नजारत उप समाहर्त्ता, ज़िला परिवहन पदाधिकारी, ज़िला भू-अर्जन पदाधिकारी राम निरंजन चौधरी, प्रभारी प्राचार्य/अधीक्षक एएनएमएमसीएच, ज़िला यक्ष्मा पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्त्तागण, नजारत उप समाहर्त्ता, शैलेश कुमार, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी शम्भूनाथ झा, डीपीओ, आईसीडीएस, डीपीएम स्वास्थ्य सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी/चिकित्सक उपस्थित थे।

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