मंगल ग्रह के करीब पहुंचकर UAE ने रचा इतिहास, अंतरिक्ष यान 'होप' ने Mars की कक्षा में किया प्रवेश

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने इतिहास रच दिया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का अंतरिक्ष यान 'होप' मंगल ग्रह के और करीब पहुंच गया है। यूएई के पहले इंटरप्लेनेटरी अंतरिक्ष यान 'होप' (Hope Probe) ने मंगलवार देर रात(भारतीय समयानुसार) सफलतापूर्वक मंगल की कक्षा में प्रवेश किया। सीएनएन(CNN) के अनुसार, मंगल पर यूएई(UAE) का पहला मिशन मंगलवार को लाल ग्रह के और करीब पहुंचा और पहले प्रयास में ही सफलतापूर्वक कक्षा में प्रवेश कर गया। 'होप प्रोब'(Hope Probe) के नाम से जाना जाने वाले यूएई के मार्स मिशन ने एक संकेत भेजकर पुष्टि की कि यह कक्षा में प्रवेश कर चुका है।

मंगल मिशन(Hope Mars Mission) के ट्विटर अकाउंट के एक ट्वीट के अनुसार "सफलता! #HopeProbe के साथ संपर्क फिर से स्थापित हो गया है। मार्स ऑर्बिट इंसर्शन अब पूरा हो गया है। जब अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचा तो लाल ग्रह पर ऐसा करने वाला वह दुनिया का पांचवा देश बन गया और अरब देशों में वह पहला देश बना।

पहला ग्लोबल वेदर मैप तैयार करने के लक्ष्य से भेजा गया

आर्बिटर, जिसका नाम होप है और उसे अरबी में अमल कहा जाता है। उसने मंगल पर जाने के लिए लगभग सात महीनों में 300 मिलियन (30 करोड़) मील की यात्रा की। इसे वहां मंगल का पहला ग्लोबल वेदर मैप तैयार करने के लक्ष्य से भेजा गया है।

होप मार्स मिशन को 2014 में यूएई के राष्ट्रपति हिज हाइनेस शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान और महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम द्वारा घोषित सबसे बड़ी रणनीतिक और वैज्ञानिक राष्ट्रीय पहल माना जाता है।

सारा बिंट यूसेफ अल अमीरी, जो मार्स मिशन के लिए डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर और यूएई के उन्नत विज्ञान राज्य मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि मैं अंतरिक्ष यान के प्रदर्शन के लिए आभारी हूं, और इस मिशन को उल्लेखनीय बना दिया है, बेकी, यह न केवल इस पर काम करने वाले 200 अमीराती हैं, बल्कि यह विभिन्न महाद्वीपों और विभिन्न पृष्ठभूमि और विश्वासों से 450 लोग हैं।" वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय प्रयास है, और यह वही है जो विज्ञान को होना चाहिए। यह वही है जिसके बारे में अन्वेषण किया गया है।

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