युवा शक्ति संवाददाता
गया। बिहार विधान सभा में याचिका समिति के सभापति सह गया शहर के नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार ने कहा है कि देश के प्रत्येक नागरिक को प्रदूषण मुक्त स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए मजबूत इच्छा शक्ति और कारगर नीतियों पर कार्य किया जा रहा है। जिस तरह से विभिन्न मानवीय वजहों से पीने के पानी का संकट उत्पन्न होता जा रहा है वह काफी भयावह है। आने वाले दिनों में पीने के पानी की और भी समस्या उत्पन्न होने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी चेतावनी देते हुए कहा है कि वर्ष 2025 तक भारतवर्ष में जल त्रासदी उत्पन्न हो सकती है | दूसरी ओर प्रदूषित जल के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है. श्री कुमार ने जोर देकर कहा कि इस संकट से बाहर निकलने हेतु राष्ट्रीय जल नीति के तहत के तहत सभी को मिलकर एक बड़े प्रयास के रूप में कार्य करना होगा, जल के संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता की भावना को प्रोत्साहित करना होगा. स्थायी समाधान के लिए स्थानीयता एवं प्राकृतिक आधार पर उचित चरणबद्ध तरीके से नीतियाँ बनानी होगी.वृक्षारोपण को बढ़ावा देना होगा क्योंकि भूजल के स्तर को रिचार्ज करने का यह अच्छा विकल्प है. यदि हम सभी सचेतनहीं हुए तो मानवता का अस्तित्व खतरे में पड़ने से इंकार कदापि नहीं की जा सकती|
केंद्र की सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक अलग से जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया है। वहीं बिहार की सरकार भी जल जीवन हरियाली अभियान चलाकर इस दिशा में ऐतिहासिक कार्य कर रही है। परन्तु जल संरक्षण की दिशा में हर एक आम नागरिक को अपना योगदान देने की आवश्यकता है। ताकि आने वाली पीढ़ियों को जल संकट से बचाया जा सके।
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