कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच केंद्रीय पर्यावरण एवं सूचना मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बहस के लिए खुली चुनौती दी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी सरकार से कृषि बिल वापस लेने की मांग कर रहे हैं. मैं उन्हें बहस के लिए खुली चुनौती देता हूं. वो बताएं कि यह कानून किसानों के हित में अच्छा है या बुरा?
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि हाल में पारित तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे कुछ किसानों को उनके 'राजनीतिक आकाओं' ने गुमराह किया है और वे चीजों को ऐसे पेश कर रहे हैं कि जैसे किसान उनके साथ हैं.
कृषि कानूनों के विरोध को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए जावड़ेकर ने कहा, ''वह पखवाड़े में एक बार ही तो लोगों के सामने आते हैं.''
उन्होंने कहा कि कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन देशभर में बहस का बड़ा विषय हो गया है, क्योंकि ''कुछ किसानों एवं उनके राजनीतिक आकाओं ने दिल्ली और उसके आसपास आंदोलन छेड़ा और यह दिखाया कि यह अखिल भारतीय आंदोलन है और भारत के किसानों के पक्ष में है. लेकिन सभी जगह किसान नये कानूनों से खुश हैं और किसान कल्याण योजनाएं जारी रहेंगी.''
केंद्रीय पर्यावरण एवं सूचना मंत्री ने कहा कि भारत में किसान कृषि कानूनों एवं अन्य किसानोन्मुख पहल जैसे प्रधानमंत्री किसान योजना से खुश हैं.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तमिलनाडु इकाई द्वारा आयोजित एक सभा में किसानों को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने दावा किया, ''पंजाब के किसानों को पिछली यूपीए शासन की तुलना में एनडीए के शासनकाल में हर साल न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में दोगुनी धनराशि मिली है. उनकी आय पहले ही दोगुनी हो गयी है और वे इसे महसूस भी कर रहे हैं. इसपर भी, वे आंदोलन कर रहे हैं, क्योंकि वे गुमराह किये जा रहे हैं.''
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