उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि क्या हमलोग एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) का मेयर चाहते हैं या बीजेपी का मेयर. क्योंकि केसीआर (के चंद्रशेखर राव) के लिए वोट करने का मतलब है असदुद्दीन ओवैसी के लिए वोट करना.
उन्होंने हमला जारी रखते हुए कहा कि हम लोग पिछले छह सालों के 60 नाकामियों को उजागर करने जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''बीजेपी एक 'आरोप पत्र' लेकर आई है, जिसमें पिछले 6 वर्षों के दौरान राज्य सरकार की 60 विफलताएं हैं.''
जावड़ेकर ने कहा कि ये उनकी नाकामी का ही नतीजा है कि बरसात के दिनों में टेक सिटी बाढ़ की चपेट में आ गया था. पीएम मोदी की तरफ से डायरेक्ट कैश ट्रांसफर किया गया, लेकिन टीआरएस ने जरूरतमंद लोगों तक यह भी पहुंचने नहीं दिया. उन्होंने हुसैन सागर झील साफ करने की बात कही थी लेकिन अब तक वो सड़ रही है. कोरोना के दौरान मुख्यमंत्री केसीआर या तो अपने फार्म हाउस में ठहरे रहे या आवास पर और लोगों को उनके हालात पर छोड़ दिया.
जावड़ेकर ने कहा कि इस बार हैदराबाद में हवा बदल रही है. फेडरल फ्रंट को लेकर उन्होंने कहा कि वो पिछली बार कई नेताओं से मिले थे लेकिन किसी ने कोई रुचि नहीं दिखाई. इसलिए उन्हें जाने दें.
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