कृषि बिल एवं उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए जघन्य अपराध के विरोध में रविवार शाम बंगाल के हुगली ज़िले के बहुचर्चित सिंगुर इलाके में तृणमूल कांग्रेस की ओर से मशाल रैली निकाली गई। दुर्गापुर एक्सप्रेस वे स्थित खासेरबेड़ी गांव से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं, किसानों एवं उनके परिजनों के साथ मिलकर इस मशाल रैली का आयोजन किया।
इस मौके पर जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष दिलीप, विधायक बेचाराम मन्नान, तृणमूल के वयोवृद्ध विधायक रवीन्द्र नाथ भट्टाचार्य आदि के साथ कई नेता उपस्थित थे। दिलीप यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार में जिस प्रकार से दलित परिवार की बेटी के साथ दुष्कर्म करके उसकी हत्या की गई है और हाथरस के प्रशासन ने सरकार के इशारे पर उस पीड़ित परिवार के सदस्यों को डराया धमकाया, इससे घटना से योगी आदित्यनाथ सरकार की असलियत का पर्दाफाश हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में दलित एवं पिछड़ों को भाजपा सरकार कुचलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सिंगुर किसान आंदोलन से ही तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई थी, क्योंकि ममता बनर्जी हमेशा गरीब किसान एवं मजदूरों के हक में लड़ाई की है।
आज इसी का नतीजा है कि किसान आंदोलन से चर्चित हुए सिंगुर के किसान एवं उनके परिवारवाले इस कृषि बिल के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाया है। इस मशाल रैली के दौरान प्रदर्शन करने वालों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुलता भी जलाया। लगभग तीन किलोमीटर पैदल यात्रा करके रतनपुर मोड़ पर मिशाल रैली समाप्त हुई।
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