Mission Bengal : नड्डा की नई टीम में बढ़ा बंगाल का महत्व, मुकुल राय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष


भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को अपनी नई टीम की घोषणा की जिसमें बंगाल को खास तरजीह दी गई है। राष्ट्रीय टीम में तीन महत्वपूर्ण पद मिले हैं। इसमें सबसे प्रमुख नाम मुकुल राय का है जिन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। 

मुकुल की पिछले लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका 

तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य रहे मुकुल ने पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में भाजपा को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, ऐसे में माना जा रहा है कि इसी का इनाम के तौर पर पार्टी ने उन्हें अहम जिम्मेदारी दी है। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव भी होने हैं ऐसे में उनका कद और बढ़ गया है। 

मुकुल राय नवंबर 2017 में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे

खास बात यह है कि नड्डा की नई टीम में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जैसे वरिष्ठ नेताओं को उपाध्यक्ष बनाया गया है उसमें मुकुल को जगह दी गई है। मुकुल नवंबर, 2017 में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। 

बंगाल से अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय सचिव (मंत्री) बनाया गया है

मुकुल के अलावा पार्टी ने बंगाल से अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय सचिव (मंत्री) बनाया है जबकि दार्जिलिंग से सांसद राजू बिष्ट को राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है। पूर्व सांसद अनुपम हाजरा भी पिछले साल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।

नई टीम में वर्ष 2021 में बंगाल चुनाव की तैयारी की झलक दिख रही

वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को फिर से महासचिव बनाया गया है। उनकी नियुक्ति तो पहले से तय थी। बंगाल भाजपा के सह प्रभारी शिव प्रकाश को संयुक्त महासचिव का दायित्व दिया गया है। नड्डा की नई टीम में वर्ष 2021 में बंगाल चुनाव की तैयारी की झलक साफ दिखाई दे रही है।

नई टीम में जगह न मिलने से राहुल सिन्हा के सुर सुनाए बगावती इधर, भाजपा की नई टीम में जगह नहीं मिलने से निवर्तमान राष्ट्रीय सचिव व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा के बगावती सुर सुनाई दिए हैं। सिन्हा की जगह बंगाल से अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है। हाजरा पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले ही पार्टी में शामिल हुए थे। सिन्हा ने इसी पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि भाजपा में 40 साल सेवा करने का उन्हें यही पुरस्कार दिया गया है। 

भाजपा के प्रमुख नेता रहे सिन्हा राज्य कमेटी में भी किसी पद पर नहीं 

उनकी जगह एक पूर्व तृणमूल नेता को इस पद पर बिठा दिया गया है। इससे बड़ा दुर्भाग्य जनक और कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि हम अगले 10- 12 दिन में अपना फैसला सुनाएंगे। बता दें कि बंगाल में कभी भाजपा के प्रमुख नेता रहे सिन्हा राज्य कमेटी में भी किसी पद पर नहीं हैं। वह अब सिर्फ राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रह गए हैं। 

खुद पीएम मोदी व शाह ने की थी मुकुल की सांगठनिक दक्षता की प्रशंसा

उल्लेखनीय है कि कभी तृणमूल कांग्रस में नंबर दो माने जाने वाले मुकुल राय की सांगठनिक दक्षता की खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुली सभा में प्रशंसा की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में 18 सीटों पर जीत में उनके योगदान की भी सराहना की गई थी। 

बड़ी जिम्मेवारी न मिलने की वजह से पिछले दिनों नाराज भी चल रहे थे

अभी मुकुल केंद्रीय कमेटी के सदस्य थे। हालांकि पार्टी में बड़ी जिम्मेवारी नहीं मिलने की वजह से पिछले दिनों वह नाराज भी चल रहे थे और उनके फिर से तृणमूल में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन, बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व देकर पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है। 

दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट को प्रवक्ता बनाना राजनीति के लिए अहम

दूसरी ओर, अनुपम हाजरा जो 2014 में बंगाल के बोलपुर सीट से तृणमूल के टिकट पर सांसद चुने गए थे। वह 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि कोलकाता के जादवपुर लोकसभा क्षेत्र से वह भाजपा के टिकट पर चुनाव हार गये, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें भी संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसके साथ ही दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट को प्रवक्ता बनाना उत्तर बंगाल की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 


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