अमेरिका की सख्ती पर ड्रैगन का एक्शन, चीनी शहर में अमेरिकी कॉन्सुलेट होगा बंद


अमेरिका और चीन के रिश्तों में कड़वाहट बढ़ती जा रही है. एएफपी के मुताबिक, चीन ने चेंगदू स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास (कॉन्सुलेट) को बंद करने का आदेश दिया है. चेंगदू दक्षिण-पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत की राजधानी है. इससे पहले अमेरिका ने चीन के ह्यूस्टन स्थित कॉन्सुलेट को बंद करा दिया है.

दरअसल, अमेरिका ने सुरक्षा मसले पर चीन को ह्यूस्टन में अपने कॉन्सुलेट को बंद करने को कहा था. इसके लिए सिर्फ 48 घंटे का वक्त दिया गया था. इसके बाद एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कॉन्सुलेट में से धुआं उठ रहा था. वीडियो में सामने आया कि कुछ कागज जलाए गए हैं.

अमेरिका में और चीनी सेंटर हो सकते हैं बंद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि चीन ने जरूरी कागज जलाए हैं. आगे और भी एंबेसी बंद हो सकती हैं. अमेरिका के इस एक्शन के बाद चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वो अभी अपने देश में अमेरिका के कई सेंटर बंद करने पर विचार कर सकते हैं.

चीन ने दी थी अमेरिकी कॉन्सुलेट को बंद करने की धमकी

इसके बाद चीनी मीडिया ने दावा किया था कि जल्द ही चीन वुहान में मौजूद अमेरिकी कॉन्सुलेट को बंद करने का ऐलान कर सकता है. इसकी शुरुआत दक्षिण-पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू से की गई है. माना जा रहा है कि बीजिंग की ओर और भी अमेरिकी कॉन्सुलेट को बंद करने का आदेश जारी हो सकता है.

अमेरिका के लिए क्यों खास है ह्यूस्टन

गौरतलब है कि ह्यूस्टन, अमेरिकी राज्य टेक्सास का एक महानगर है. यह स्पेस सेंटर और NASA (नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) के अंतरिक्ष यात्रियों की ट्रेनिंग और फ्लाइट कंट्रोल कॉम्पलेक्स के लिए दुनिया भर में अच्छी तरह जाना जाता है.

कोरोना काल में अमेरिका-चीन में बढ़ी तल्खी

गौरतलब है कि ट्रेड वॉर से शुरू हुई दोनों देशों के बीच की जंग कोरोना संकट के बाद काफी हद तक बढ़ गई है. अमेरिका और चीन लगातार एक दूसरे के खिलाफ एक्शन ले रहे हैं तो यूएस अपने मित्र देशों को चीन के खिलाफ एकजुट करने में लगा है.

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