Jharkhand : मनरेगा योजना में जेसीबी मशीन से काम लेना पड़ा महंगा, बड़ा पिछड़ी पंचायत की मुखिया निलंबित


जिले के गोबिंदपुर प्रखंड अंतर्गत बड़ा पिछड़ी पंचायत की मुखिया यशोदा देवी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मुखिया को निलंबित किये जाने संबंधित नोटिफिकेशन सरकार के ग्रामीण विकास विभाग (पंचायती राज) के अवर सचिव लखन राम नायक ने जारी किया है। बुधवार को सरकार की कार्रवाई संबंधित आदेश जिला उपायुक्त उमा शंकर सिंह को भी प्राप्त हो चुका है। मुखिया के खिलाफ मनरेगा योजना के तहत डोभा निर्माण कार्य में जेसीबी मशीन का प्रयोग किये जाने आरोप था।

बीडीओ सुशील कुमार राय के निर्देश पर गठित जांच टीम ने जेसीबी मशीन का उपयोग किये जाने को सत्य पाया था। मुखिया यशोदा देवी पर झारखंड राज अधिनियम, 2001 की धारा 64 के तहत कार्रवाई की गई है। सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अब अगले आदेश तक मुखिया का कार्य एवं दायित्व का निर्वाहन के पंचायत के उप-मुखिया देखेंगे। इसके साथ ही मुखिया यशोदा देवी पर आदेश निर्गत की तिथि से एक माह के अंदर विभाग में अपना पक्ष समर्पित करने की मौका दिया गया है अन्यथा विभाग मुखिया की पदच्युति की कार्रवाई प्रारंभ करेगा।

रोजगार सेवक की हो चुकी है सेवा समाप्ति : इसके पूर्व डोभा निर्माण में अनियमितता उजागर होने के बाद संबंधित लाभुक, अन्य संलिप्त लोगों, अज्ञात जेसीबी मालिक व वाहन चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 29 जून को उपायुक्त ग्राम रोजगार सेवक की सेवा समाप्ति कर चुके हैं।

क्या है मामला : डोभा निर्माण में गड़बड़ी पाये जाने पर उपायुक्त ने गत 11 जुलाई को गोबिंदपुर बीडीओ के पांच जून के पत्र के अलोक में मुखिया की वित्तीय शक्ति जब्त करने की अनुशंसा सरकार से की थी। पांच जून को ही कनीय अभियंता व सहायक अभियंता गोबिंदपुर ने जांच रिपोर्ट में कहा था कि बड़ा पिछड़ी में ऋषि चौधरी की जमीन पर निर्माणाधीन डोभा निर्माण योजना में जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया था।

बड़ा पिछड़ी पंचायत की मुखिया पर कार्रवाई होने संबंधित कोई पत्र उन्हें नहीं मिला है। मामला उजागर होने के बाद जांच कराते हुए रिपोर्ट उपायुक्त को उपलब्ध करा दी गई थी। आगे वरीय अधिकारियों का जैसा आदेश आयेगा, कार्रवाई की जायेगी।

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