कोलकाता: जगदीप धनखड़ ने कहा, 'मेरी राज्य से इस संबंध में कोई चर्चा ही नहीं हुई। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। बीएसएफ और इंडियन कोस्ट गार्ड्स से मेरी विस्तारपूर्वक चर्चा हुई, उन्होंने शानदार काम किया। मैंने आर्मी से बात की, वह राहत कार्य के लिए तैयार थी। लेकिन कोलकाता म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने क्या किया?'
पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ और राज्य सरकार के बीच लंबे समय से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अम्फान तूफान के मामले पर भी आरोपों की बयार चल पड़ी है। इस बार गवर्नर जगदीप धनखड़ ने अम्फान तूफान के आने से पहले राज्य सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि पहले से तैयारी क्यों नहीं की गई और राज्य सरकार के पास कोई आपातकालीन प्लान क्यों नहीं था?
कोलकाता म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन पर भड़के गवर्नर
तैयारियों पर सवाल उठाते हुए गवर्नर जगदीप धनखड़ ने पूछा, 'कोलकाता म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन पहले से अनुमान क्यों नहीं लगा सका। सबसे ज्यादा नुकसान पेड़ों के उखड़ने से हुआ। कोई आपातकालीन प्लान क्यों नहीं था? पहले से इस बारे में तैयारियां क्यों नहीं की गईं?' पश्चिम बंगाल के करीब 1.5 करोड़ लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं और अम्फान चक्रवात के कारण 10 लाख से ज्यादा घर बर्बाद हो गए। मरने वालों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अम्फान चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लिया। देर शाम दिल्ली वापस आने पर उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर ओडिशा और पश्चिम बंगाल को संकट के समय में साथ खड़े होने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल को 1000 करोड़ रुपये और ओडिशा को 500 करोड़ रुपये की फौरी राहत देने का ऐलान किया। इसके अलावा दोनों राज्यों में मृतकों के परिजन को 2-2 लाख और गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है।