COVID-19: क्लिनिकल ट्रायल में रेमडेसिवीर ने दिए अच्छे नतीजे! जा‍निए क्या है Remdesivir, कैसे काम करती है और कितनी असरदार है?


कोरोना वायरस के इलाज के लिए लगातार चिकित्सकीय परीक्षण जारी हैं. इसी बीच एक दवा रेम्डेसिविर को लेकर साकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. Remdesivir के इस्तेमाल से COVID-19 के रोगियों में तेजी से रिकवरी देखने को मिल रही है. अमेरिकी नेतृत्व वाले परीक्षण में यह दवा बीमारी के खिलाफ प्रमाणित फायदे देने वाली पहली दवा बन गई है. 
रेम्डेसिविर दवा के बारे में जानें सबकुछ. (What You Need to Know About Remdesivir)

क्या है रेम्डेसिविर?

रेमेडिसविर (Remdesivir) एक प्रायोगिक, व्यापक स्पेक्ट्रम एंटीवायरल है, जिसे पहली बार वायरल रक्तस्रावी बुखार इबोला (Treat Ebola) के इलाज के लिए विकसित किया गया था. इसे अमेरिकी फार्मास्युटिकल गिलियड साइंसेज द्वारा बनाया गया है.

फरवरी में यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिसीज (NIAID) ने घोषणा की कि वह SARS-CoV-2 के खिलाफ जांच के लिए रिमेडिसवायर का ट्रायल कर रहा है, जोकि COVID-19 का रोगजनक है. क्योंकि इसी दवा ने सार्स (SARS) और मर्स (MERS) जैसे वायरस के खिलाफ एन‍िमल टेस्ट‍िंग में बेहतर नतीजे दिए थे. 

कितनी असरकारी है रेम्डेसिविर?

एनआईएआईडी ने बुधवार को 1,000 से अधिक लोगों को शामिल करते हुए अपने परीक्षण के परिणामों की घोषणा की, जिसमें पाया गया कि श्वसन संकट (Respiratory Distress) वाले अस्पताल में भर्ती हुए COVID-19 के मरीजों को प्लेसीबो की तुलना में जल्दी ठीक हो गया. खासतौर पर इस ड्रग पर रखे गए मरीजों की रिकवरी 31 फीसदी तेजी से हुई. 

"हालांकि जो नतीजे सांख्यिकीय रूप से अहम दृष्टिकोण से साफतौर पर सकारात्मक थे, वे मामूली थे," एनआईएआईडी (NIAID) का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिक एंथोनी फौसी ने गुरुवार को बताया. दूसरे शब्दों में कहें तो एक तरफ यह प्रभावी तो है, लेकिन यह कोई जादू नहीं.

रेम्डेसिविर के इस्तेमाल से आए नतीजों को देखकर यह कहा जा सकता है कि इससे मृत्यू दर को 11.7 से 8.0 फीसदी तक कम किया जा सकता है. लेकिन यह आंकड़े भी पूरी तरह से विश्वसनीय नहीं माने जा सकते, क्योंकि यह सांख्यिकीय महत्व के कट-ऑफ से ऊपर आधारित रहे
.
कोरोनावायरस के इलाज में रेम्डेसिविर से मिक्स नतीजे क्यों आते हैं?

अमेरिकी नेतृत्व वाले परीक्षण से निष्कर्ष उसी दिन घोषित किए गए थे, जब द लैंसेट में एक छोटे से अध्ययन के परिणाम प्रकाशित किए गए थे, जिसमें रेमेडिसविर से कोई सांख्यिकीय लाभ नहीं मिला था. इस अध्ययन में वुहान, चीन में 200 से अधिक लोग शामिल थे, और एक रेंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल था. उपचार के मूल्यांकन के लिए गोल्ड स्टेंडर्ड का मानक माना जाता है. तब इसे रोक दिया गया क्योंकि यह बहुत से लोगों को बचा नहीं पाई थी और यह अध्ययन एनआईएआईडी के स्तर से नीचे थे. यही वजह रही कि नतीजों में अंतर देखा गया.

यह कब से उपलब्ध हो पाएगी?

Remdesivir पहले से ही दुनिया भर के रोगियों को दी जा रही है. यह क्ल‍िन‍िकल ट्रायल्स और आउटसाइड इसका इस्तेमाल हो रहा है. संयुक्त राज्य अमेरिका में, खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा जल्द ही एक "आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण" जारी करने की उम्मीद है, जो इसकी औपचारिक मंजूरी से पहले इसके उपयोग का और विस्तार करेगा. 
कैसे काम करती है रेम्डेसिविर?

रेमेडिसविर दवाओं के उस वर्ग से संबंधित है जो सीधे वायरस पर हमला करते हैं. इसे "न्यूक्लियोटाइड एनालॉग" कहा जाता है जो एडेनोसिन की नकल करता है, जो आरएनए और डीएनए के चार बिल्डिंग ब्लॉक्स में से एक है. टेक्सास एएंडएम यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट बेंजामिन नेउमन ने कहा, "वायरस इस बात से बहुत सावधान नहीं है कि इसमें क्या शामिल है."

वायरस आमतौर पर तेजी से जाने की कोशिश करते हैं. रेमेडिसविर चुपके से एडेनोसिन के बजाय वायरस के जीनोम में खुद को शामिल करता है, जो रेप्लिकेशन प्रोसेस में शॉर्ट सर्किट की तरह काम करता है.
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