बैंकों का मेगा विलय आज से लागू, इन 6 बैंकों का अस्तित्व हो जाएगा खत्म


देश में विश्व स्तर के बड़े बैंक बनाने की दिशा में सरकार की तरफ से की गई पहले के तहत एक अप्रैल से सार्वजनिक क्षेत्र के छह बैंकों का अलग अलग चार बैंकों में विलय हो जायेगा. यह विलय ऐसे समय में हो रहा है जब पूरी दुनिया खतरनाक कोरोना वायरस महामारी के जाल में फंसी हुई है. महामारी की रोकथाम के लिए 21 दिन का की पाबंदियां लगायी गयी हैं. जो 14 अप्रैल को समाप्त होंगी.

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे नाजुक समय में बैंकों का विलय बहुत सहज नहीं हो सकता है हालांकि जिन बैंकों में विलय किया जा रहा है उनके प्रमुखों ने बैंकों के भविष्य को लेकर विश्वास व्यक्त किया है.

यूनियन बैंक आफ इंडिया के प्रबंध निदेशक राजकिरण राय ने कहा, ‘‘हमें इसमें कोई समस्या नहीं लगती है यह योजना के मुताबिक चल रहा है. हमने मौजूदा स्थिति के परिपेक्ष में भी इसकी समीक्षा की है. विलय का क्रियान्वयन करते हुये हमने कुछ सुधार किये हैं ताकि इससे कर्मचारियों और ग्राहकों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई गड़बड़ी नहीं हो.’’

देश में लॉकडाउन के चलते पंजाब नेशनल बैंक, केनारा बैंक, यूनियन बैंक और इंडियन बैंक ने विलय के कुछ हिस्सों पर अमल को आगे के लिये टाल दिया है. इन चारों बैंकों में ही अन्य बैंकों का विलय किया गया है.

अगले तीन वर्ष के दौरान बैंकों के इस विलय से बैंकों को 2,500 करोड़ रुपये का लाभ होने की उम्मीद की जा रही है.

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