जनता दल यूनाइटेड (JDU) अपने वृहत कार्यकर्ता सम्मेलन (Workers Summit) के जरिए रविवार को पटना के गांधी मैदान (Patna Gandhi Maidan) में बिहार विधानसभा चुनाव अभियान (Bihar Assembly Election Campaign) का विधिवत आगाज करेगा. सम्मेलन का आरंभ सुबह 10.30 बजे '2020 फिर से नीतीश' के नारे के साथ होगा. संयोग यह है कि एक मार्च को मुख्यमंत्री (CM) व जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का जन्मदिन (Birthday) भी है.
बूथ अध्यक्षों व बूथ सचिवों की रहेगी मौजूदगी
रविवार को होने वाले जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन का महत्व इस मायने में हैै कि पार्टी ने इस वर्ष सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर तक अध्यक्षों व सचिवों की बड़ी फौज तैयार कर ली है. इन्हें कार्यकर्ता सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है. यह पहला मौका होगा जब जेडीयू के डेढ़ लाख बूथ अध्यक्ष व सचिव कार्यकर्ता सम्मेलन में मौजूद रहेंगे. इनके अतिरिक्त पार्टी के सभी पदाधिकारियों व क्षेत्रीय पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है. सम्मेलन में पार्टी के सभी सांसद और विधायक भी मौजूद रहेंगे। पूर्व में प्रत्याशी रहे और अपने को संभावित प्रत्याशी मान रहे पार्टी नेताओं की भी उपस्थिति रहेगी.
15 साल बनाम 15 साल के सूत्र वाक्य की होगी व्याख्या
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी इस बार 15 साल बनाम 15 साल के सूत्र वाक्य के साथ चुनाव मैदान में जाएगी. इस क्रम में मतदाताओं को यह बताया जाएगा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले 15 साल में बिहार में क्या परिवर्तन हुए और लालू-राबड़ी के 15 साल में बिहार की क्या स्थिति थी.
नीतीश के विकास कार्यों व सामाजिक अभियान को बताएगी पार्टी
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह कहते हैैं कि यह कार्यकर्ता सम्मेलन है. कोई रैली नहीं है. हम अपने कार्यकर्ताओं को यह बताएंगे कि वे नीतीश कुमार द्वारा किए गए विकास व सामाजिक अभियान के साथ मतदाताओं के बीच जाएं। यही वोटरों के दिल में है. हम उन्हें याद दिलाएंगे कि किस तरह से शराबबंदी का असर समाज पर पड़ा है. जल-जीवन-हरियाली अभियान किस मायने में आने वाली पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण है.