नागरिकता संशोधन कानून पर देश में मचे बवाल के बीच केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस कानून और एनआरसी को लेकर स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने कहा कि एनआरसी का नागरिकता संशोधन कानून से कोई लेना देना नहीं है. नागरिकता कानून से देश के लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हम सभी लोगों को इस बारे में समझा सकते हैं. लेकिन, जो लोग पीएम मोदी को नापसंद करते है, हम उन्हें नहीं समझ सकते है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का विरोध करने वालों में वामपंथी, चरमपंथी, माऊवादी और बाकी लोग है. उन्होंने कहा कि NRC और नागरिकता कानून को जोड़ने का मतलब नहीं है.
कैब का सीधा मतलब ये है कि जो भी हिंदु, पारसी, सिखों, बुद्धों को अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा है, हम उन्हें नागरिकता देंगे. उन्होंने कहा कि हम क्या करें, ये जो विरोध करने वाले लोग हैं में उनसे बात करूंगा, मैं देश के बेटे बेटियों से बात करुंगा. लेकिन, अब उनका क्या करें मैं उन्हें नहीं समझा सकता जो मोदी जी का विरोध करने के लिए कूद जाते हैं.
रविशंकर ने ये भी कहा कि देश जितना हिंदुओं का है, उतना ही मुस्लमानों का भी है. ये 130 करोड़ लोगों का भारत है. देश में 120 करोड़ मोबाइल हैं 124 करोड़ आधार कार्ड है, हम इन सभी को एक दूसरे को जोड़ रहे हैं. हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि लोगों को योजनाओं को लाभ मिल सके.