पटना ः बिहार में बाढ़ की विभीषिका ने कई लोगों की जान ले ली है. वहीं लाखों लोग बेघर हो गए हैं. जानमाल की भारी क्षति हुई है. लाखों लोग मदद की आस में राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं,आलम यह है कि छोटे-छोटे बच्चों को भी एक वक्त का निवाला मयस्सर नहीं हो रहा है. इस त्रासदी से निपटने के लिए जहां सरकारी राहत नाकाफी दिखती है, वहीं कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने तन, मन, धन के साथ अपने आप को राहत कार्य में झोंक दिया है. ऐसे ही एक व्यक्ति हैं पूर्व सांसद एवं जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अधयक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जिन्होंने लगभग 5 दिनों से लगातार कभी जेसीबी पर तो कभी ट्रैक्टर पर राहत सामग्री लेकर पटना के जलजमाव वाले इलाके में घर-घर जाकर जरूरतमंदों के बीच पैसा, खाने का सामान, पीने का बोतलबंद पानी, बच्चों के लिए पैकेट का दूध जैसे कई जरूरतों की चीजों को वितरित कर रहे हैं. इस पुनीत कार्य में उनके सैकड़ों युवा कार्यकर्ता सेवा कार्य में जी-जान से जुटे हैं. खुद पप्पू यादव जरूरतमंदों के लिए अपने घर पर ही खाने का सामान बनवाते हैं, उसकी गुणवत्ता का पूरा ध्यान खुद रखते हैं. वे सक्षम लोगों से इस आपदा की घड़ी में जरूरतमंदों के सहयोग के लिए आगे आने की अपील भी करते हैं. पटना के इस भीषण त्रासदी के संबंध में युवा शक्ति राष्ट्रीय दैनिक कोलकाता के प्रधान संपादक सुधांशु शेखर से उन्होंने फोन पर बात की पेश है संपादित अंश:
युवा शक्ति : पप्पू जी क्या स्थिति है पूरे बिहार की?
पप्पू यादव : सर यह तीसरी बार बाढ़ आई है इससे 2 महीना पहले आए बाढ़ में 700 लोगों की मौत हो गई. कभी नीतीश जी कहते हैं कि नेपाल ने पानी छोड़ दिया इसलिए बाढ़ आई, इनके केंद्रीय मंत्री इस त्रासदी के लिए हथिया नक्षत्र को जिम्मेदार मानते हैं. मध्य प्रदेश, केरल, उड़ीसा में बाढ़ आती है तो शहर नहीं डूबता. कोसी त्रासदी के 40 साल बीत जाने के बाद भी इन लोगों ने सबक नहीं लिया. इन सबों ने मिलकर नदी को नासूर बना दिया. पूरे बिहार के लोगों को 38 जिला में हर साल बाढ़ की विभीषिका से जूझना पड़ता है. पटना की स्थिति ऐसी भयावह हो गई है कि ना पीने का पानी है ना महिलाओं के लिए आवश्यकता की चीजें उपलब्ध है. हजारों करोड़ों की बर्बादी हो चुकी है लोगों का सबकुछ उजड़ गया है.
युवा शक्ति : आपके कहने का क्या मतलब है कि इस त्रासदी के सामने बिहार सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है?
पप्पू यादव : सर सुशील मोदी और उनकी सरकार नाटक करती है. 4 दिन के बाद सरकार सामने आती है. यहां (पटना में )भाजपा के सांसद, विधायक हैं, मेयर भाजपा के हैं और सरकार भाजपा की 15 सालों से है. विकास के लिए इन लोगों को और कितना वक्त चाहिए? एक तरफ गंगा, एक तरफ गंडक, एक तरफ पुनपुन फिर क्यों पटना में बर्बादी है? जीवन जीने लायक स्थिति क्यों नहीं है? लोगों की जिंदगी नासूर क्यों बन चुका है?
युवा शक्ति : केंद्र सरकार से बिहार को इस त्रासदी की घड़ी में कोई मदद मिली है क्या ?
पप्पू यादव: केंद्र सरकार एनआरसी, हिंदू-मुस्लिम, जाति-पांति में फंसी है.
युवा शक्ति: आपने बिल्कुल काबिले तारीफ काम किया है कई दिनों से आप जेसीबी और कई माध्यमों से लोगों की जरूरतों का सामान मुहैया करा रहे हैं ?
पप्पू यादव: मैं सिर्फ इतना कहता हूं कि सरकार पूरी तरह फेल्योर है.
युवा शक्ति : बाढ़ पीड़ितों के लिए आपकी कुछ अपील जो इस भीषण त्रासदी को झेल रहे हैं ?
पप्पू यादव : स्थिति बहुत विकराल है, मुझसे जितना बन पा रहा है मैं हर संभव कोशिश कर रहा हूं.
युवा शक्ति : आप इसी तरह पीड़ित मानवता की सेवा में समर्पित रहिए युवा शक्ति की शुभकामनाएं आपके साथ है. युवा शक्ति से बात करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.