जम्मू कश्मीर से जब से विशेष राज्य का दर्जा हटाया गया है तभी से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकर अजीत डोभाल वहां मौजूद है. शनिवार को वह आतंकियों के गढ़ अनंतनाग में पहुंचे. यहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनके साथ बातचीत भी की. डोभाल ईद के लिए भेड़ों की मंडी में भी पहुंचे। जहां उन्होंने भेड़ों विक्रेताओं से मुलाकात की.
ANANTNAG: National Security Advisor Ajit Doval interacts with locals in Anantnag, an area which has been a hotbed of terrorist activities in the past. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/dUd7GPvS2W— ANI (@ANI) August 10, 2019
इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने श्रीनगर शहर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने दो घंटे तक सैनिकों और स्थानीय लोगों से बातचीत की. इस दौरान सीआरपीएफ कर्मियों के साथ दोपहर का भोजन(लंच) किया. इस बीच, श्रीनगर पुलिस ने लोगों को यह कहते हुए आश्वासन दिया कि ''श्रीनगर पुलिस यहां आपकी मदद करने के लिए है". इससे दो दिन पहले डोभाल को शोपियां की सड़कों पर आम लोगों से बातचीत की और उनके साथ खाना भी खाया.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर से शांति बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से एक्टिव है. इस बात का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि अजीत डोभाल खुद आतंकवाद प्रभावित इलाकों में जाकर आम लोगों से मिल रहे हैं. साथ ही उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि उनका भविष्य बेहतर होगा।.
बता दें कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को हटाने की घोषणा के बाद से जम्मू- कश्मीर में धारा 144 लागू कर दी गई थी. हालांकि, अब धीरे-धीरें वहां जिंदगी पटरी पर आ रही है। अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद कल शुक्रवार जम्मू-कश्मीर में पहला जुमा था और यह दिन शांति से निकल गया. जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के संसद से पास होने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के रूप में 31 अक्टूबर से नक्शे पर अवतरित होंगे. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद केंद्र सरकार ने इस संबंध में घोषणा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के रूप में अस्तित्व में आ जाएंगे.