Mob Lynching: राजस्थान के अलवर में फिर भीड़ हुई बेकाबू, युवक की पीट-पीटकर हत्या


राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर एक युवक उन्मादी भीड़ की हिंसा का शिकार होकर जान गंवा बैठा। भीड़ ने युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवक की दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, अलवर जिले के चौपानकी थाना इलाके में मंगलवार को युवक हरीश जाटव फसला गांव से निकल रहा था। इसी दौरान कथित तौर पर हरीश की बाइक से एक महिला हकीमन को टक्कर लग गई थी।

घटनास्थल पर मौजूद गुस्साए ग्रामीणों ने हरीश जाटव को पकड़कर उसकी वहीं पर जोरदार पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल हरीश को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करुाया गया था। वहां से गुरुवार देर रात परिजन उसे दिल्ली ले गए। दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरुान हरीश की मौत हो गई।

हरीश झिवाना गांव का रहने वाला था। हरीश की मौत की सूचना के बाद उसके गृह ग्राम के भिवाड़ी सर्किल में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। बाइक से टक्कर औरु हरीश की पिटाई को लेकर गुरुवार को ही दोनों पक्षों की तरफ से मामले दर्ज करा दिए गए थे। पुलिस-प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है।

बता दें कि अलवर में ही जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर 1 अप्रैल 2017 को भीड़ ने गो तस्करी के शक में पहलू खान को पीटा था। खान अपने बेटों के साथ जयपुर के एक मेले से मवेशियों को खरीद कर हरियाणा के नूह स्थित अपने घर ला रहा था। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में क्रॉस एफआईआर दर्ज हुईं। एक एफआईआर में पहलू और उसके परिवार पर हमला करने वाली भीड़ को आरोपी बनाया गया है।

वहीं दूसरी एफआईआर पहलू खान और उसके परिवार के खिलाफ की गई है। इस एफआईआर में पहलू और उसके परिवार पर गो तस्करी का आरोप लगाया गया।

हालांकि, मॉब लिंचिंग (उन्मादी भीड़ की हिंसा) और ऑनर किलिंग की घटनाओं पर चौतरफा घिर रही राजस्थान सरकार ने हाल ही में इस पर कानून बनाने की बात कही है। पिछले एक साल में मॉब लिंचिंग की प्रदेश में हुई घटनाओं पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार सख्त कानून बनाने जा रही है, जिससे अपराधियों पर शिकंजा कसेगा। बजट पर हुई बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि कानून बनाने को लेकर गृह, विधि व पुलिस महकमें के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

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