CBI ने ठिकानों पर मारा था छापा, एक दिन बाद SC ने बनाया एमिकस क्यूरी


केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की छापेमारी के बाद चर्चा में आए मशहूर वकील आनंद ग्रोवर को सुप्रीम कोर्ट ने एमिकस क्यूरी नियुक्त किया है. आनंद ग्रोवर को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की शक्तियों से जुड़े मामले के लिए एमिकस क्यूरी नियुक्त किया गया है.

जस्टिस एसए बोबडे और बीआर गवई की पीठ ने शुक्रवार को आदेश दिया कि ग्रोवर को एनजीटी की शक्तियों पर कुछ कानूनी मुद्दों पर न्यायालय की सहायता करने के लिए कहा जाए. आनंद ग्रोवर आपराधिक कानून और मानवाधिकार कानून से संबंधित विभिन्न मामलों में अदालत के समक्ष पेश हो चुके हैं, और उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में विशेष सरकारी वकील के रूप में भी नियुक्त किया गया था.

हालांकि, इस साल मई में सर्वोच्च न्यायालय ने ग्रोवर, पूर्व एएसजी इंदिरा जयसिंह और एनजीओ को नोटिस जारी किया था. अदालत ने उस याचिका पर नोटिस जारी किया था जिसमें दावा किया गया था कि एनजीओ कथित एफसीआरए उल्लंघन में शामिल था, लेकिन सीबीआई ने कोई कार्रवाई ने नहीं की.

गुरुवार को सीबीआई ने की थी छापेमारी

आनंद ग्रोवर के घर पर गुरुवार सुबह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने छापेमारी की थी. ये छापेमारी उनके फाउंडेशन ‘लॉयर्स कलेक्टिव’ पर विदेशी फंडिंग को लेकर चल रहे मामले में हुई. CBI ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया था. जिसके बाद दिल्ली और मुंबई के उनके निवास में सर्च किया गया.

सीबीआई ने कुल 5 जगहों पर छापेमारी की. मुंबई में आनंद ग्रोवर के आवासीय परिसर और लॉयर्स कलेक्टिव के दो कार्यालयों में छापेमारी की. वहीं दिल्ली में आनंद ग्रोवर के आधिकारिक और आवासीय परिसर में छापेमारी की और दस्तावेजों को जब्त किया गया है.

लॉयर्स कलेक्टिव पर विदेशी चंदा विनियमन कानून (FCRA) को तोड़ने का आरोप है. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसका लाइसेंस रद्द कर दिया था. इसी गड़बड़ी के सामने आने के बाद सीबीआई ने इस मामले में आनंद ग्रोवर और लॉयर्स कलेक्टिव पर केस दर्ज किया गया था.
Previous Post Next Post