उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा में गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले के सामने 'जय श्रीराम' के नारे लगाने के मामले में जगदल थाने की पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों पर मुख्यमंत्री का काफिला रोकने, हमले की कोशिश करने समेत विभिन्न आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं. दूसरी तरफ बैरकपुर के पुलिस आयुक्त तन्मय रायचौधरी ने गिरफ्तारी की बात से इन्कार किया है.
वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों को छोड़ना पड़ेगा क्योंकि कानून में 'जय श्रीराम' का नारा लगाने वालों को गिरफ्तार करने का कोई प्रावधान नहीं है.' गौरतलब है कि गुरुवार को मुख्यमंत्री का काफिला भाटपाड़ा से गुजर रहा था. तभी कुछ लोगों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए. यह सुनकर ममता एक बार फिर अपना आपा खो बैठीं और गाड़ी रुकवाकर सड़क पर उतरकर नारा लगाने वालों की चमड़ी उधेड़कर गिरफ्तार करा देने की बात कही.
इसके बाद उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से नारे लगाने वालों के नाम लिखने को कहा. ममता को यह कहते भी सुना गया- 'आप अपने बारे में क्या सोचते हैं? आप दूसरे राज्यों से आएंगे, यहा रहेंगे और हमारे साथ दुर्व्यवहार करेंगे. मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी. आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे अपमानित करने की? आप सभी का नाम और विवरण लिखा जाएगा.' इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी गाड़ी में बैठ गईं तो फिर कुछ लोगों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए, जिस वजह से उन्हें एक बार फिर गाड़ी से उतरना पड़ा.'
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर हुए हमले के खिलाफ ममता एक धरने में शामिल होने नैहाटी जा रही थी. जहां यह घटना हुई, वह क्षेत्र भाजपा के नवनिर्वाचित सासद अर्जुन सिंह का गढ़ माना जाता है. अर्जुन सिंह ने संसदीय चुनाव में बैरकपुर सीट से तृणमूल के दिनेश त्रिवेदी को हराया है. इसी तरह की एक घटना गत चार मई को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के चंद्रकोणा में घटना हुई थी.