कोलकाता एयरपोर्ट के पास रहने वालों में दहशत, अहमदाबाद विमान हादसे के बाद बढ़ी चिंता


कोलकाता: अहमदाबाद के मेघानिनगर में गुरुवार को हुए भयावह विमान हादसे ने कोलकाता हवाई अड्डे के आसपास बसे हजारों लोगों को गहरी चिंता में डाल दिया है। एयर इंडिया की लंदनगामी फ्लाइट बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर बी.जे. मेडिकल कॉलेज के यूजी हॉस्टल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें पायलट, क्रू मेंबर्स और सभी यात्रियों समेत 242 लोगों की मौत हो गई। हॉस्टल में रह रहे कई मेडिकल छात्रों की भी जान चली गई।

इस हादसे की वीभत्स तस्वीरें सामने आने के बाद कोलकाता एयरपोर्ट के रनवे के उत्तर और दक्षिण ओर बसे क्षेत्रों माइकेलनगर, न्यू बैरकपुर, बिराटी, गंगानगर, मध्यमग्राम, कैखाली, चिनार पार्क, राजारहाट और न्यू टाउन में भय का माहौल बन गया है। यहां रोज़ाना सैकड़ों उड़ानें इन रिहायशी इलाकों के ऊपर से गुजरती हैं।

350 से अधिक उड़ानें, सिर के ऊपर से उड़ते हैं विमान

कोलकाता एयर ट्रैफिक कंट्रोल के अनुसार, शहर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रोज़ लगभग 350 विमान टेक-ऑफ और लैंड करते हैं। रनवे के उत्तर दिशा में माइकेल नगर, बिराटी, गंगानगर और मध्यमग्राम जैसे क्षेत्र हैं, वहीं दक्षिण दिशा में विमानों की आवाजाही कैखाली, चिनार पार्क, राजारहाट और न्यू टाउन के ऊपर होती है।

माइकेलनगर के निवासी सचिन मिस्त्री कहते हैं कि पहले कभी नहीं लगा कि हमारे ऊपर कोई खतरा मंडरा रहा है, लेकिन आज अहमदाबाद की घटना देखकर डर लग रहा है कि कभी हमारे साथ भी ऐसा हो सकता है।

न्यू बैरकपुर की गृहिणी मिनती पाल ने कहा है कि हर दिन हमारे सिर के ठीक ऊपर से विशाल विमान गुजरते हैं। अगर कभी कोई विमान तकनीकी कारणों से गिर पड़ा तो क्या होगा?

हालांकि, कुछ लोग इसे जीवन का एक अनिश्चित पहलू मानते हैं। बिराटी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर सोहम हलदार कहते हैं कि हादसे कहीं भी हो सकते हैं। अगर सड़क हादसे से डरकर लोग घर से निकलना छोड़ दें, तो ज़िंदगी ही ठहर जाएगी।

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