रांची: राष्ट्रीय लोक अदालत का वर्चुअल उदघाटन हाई कोर्ट के न्यायाधीश सह झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष सुजित नारायण प्रसाद ने शनिवार को रांची सिविल कोर्ट में किया।मौके पर जस्टिस प्रसाद ने राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक-से-अधिक वादों का निष्पादन लोक अदालतों के माध्यम से करने पर जोर दिया और लोक अदालत को त्वरित और सुलभ न्याय का माध्यम बताया।
उन्होंने कहा कि पूर्व में राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन झालसा से होता था, लेकिन अब सिविल कोर्ट से हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि आगे भी उदघाटन कार्यक्रम डालसा से ही हो। जस्टिस प्रसाद ने कहा कि मध्यस्थता के माध्यम से वादों का निस्तारण कर वादकारियों को लाभ पहुंचाना है, ताकि वादकारियों के धन और समय का बचत हो।
लाभुकों में बांटा गया चेक : इस मौके पर सिविल कोर्ट परिसर में खोले गये रिनोवेटेड पोस्ट ऑफिस कॉम्प्लेक्स का उदघाटन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान लोक अदालत में लाभुकों के बीच जस्टिस प्रसाद ने चेक का वितरण भी किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 18 लाख 70 हजार 657 मामलों का निष्पादन हुआ। इसमें कुल लंबित एक लाख 46 हजार 918 और प्री-लिटिगेशन के 17 लाख 23 हजार 793 मामले शामिल हैं। साथ ही आठ अरब आठ करोड़ 50 लाख 28 हजार रुपए का सेटलमेंट किया गया।
कार्यक्रम में झालसा की सदस्य सचिव, कुमारी रंजना अस्थाना ने कहा कि जस्टिस प्रसाद के मार्गदर्शन में झालसा ने कई मुकाम हासिल किये हैं। न्यायायुक्त दिवाकर पांडे ने कहा कि लोक अदालत वादों के निस्तारण का सुलभ माध्यम है । जिला बार एसोसएिशन के महासचिव संजय विद्रोही ने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं।
कार्यक्रम में न्यायायुक्त दिवाकर पांडेय, डीसी मंजुनाथ भजंत्री, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, एसएस फातमी, एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश-एक, कुटुम्ब न्यायालय संजीता श्रीवास्तव सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारी सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारी मौजूद थे।
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