केवल गंगा ही कर सकती है जल संकट का समाधान : गोयनका


गंगा हमारी जीवन रेखा - स्‍वामी महादेवनंद | गंगा सागर में लगा गंगा मिशन का पांच दिवसीय सेवा शिविर 

कोलकाता: गंगा मिशन की ओर से गंगा सागर में आयोजित पांच दिवसीय सेवा शिविर का उद्घाटन रविवार को भारत सेवा संघ के स्‍वामी महादेवानंद ने गंगा का स्‍तुतीगान करते हुए किया। इस अवसर पर उन्‍होंने गंगा को हमारे देश की जीवन रेखा बताते हुए कहा कि हमारे समाज और हमारी ससंस्‍कृति का विकास गंगा के किनारे हुआ है। उन्‍होंने गंगा को देश की अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ बताया। गंगा जल की महत्‍ता बताते हुए उन्‍होंने कहा कि गंगा जल अद्भुत है।यह हमें प्रकृति से मिला वरदान है।  


इस अवसर पर गंगा मिशन के राष्‍ट्रीय महासचिव प्रह्लाद राय गोयनका ने गंगा के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्‍कृतिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। गोयनका ने आज के दौर में गंगा की उपादेयता पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने कहा कि देश इस समय पेयजल संकट का सामना कर रहा है। आने वाले समय में यह संकट और बढ़ने वाला है। केवल गंगा ही इस संकट को ही हल कर सकती है। इसके लिए गंगा की निर्मलता और अविरलता को बरकरार रखना होगा। अगर गंगा निर्मल और अविरल नहीं रही तो नष्‍ट हो जाएगी और गंगा के नष्‍ट होने से हमारी सभ्‍यता और संस्‍कृति भी नष्‍ट हो जाएगी।  कार्यक्रम में तापस दास, वरुण, अश्विन, अनुकूल दास और ज्‍योति सिंह मौजूद थे। 


शिविर में 2500 ने किया भोजन, 1000 का हुआ इलाज, 700 ने किया रात्री विश्राम 

गंगामिशन के प्रतिनिधि सरदार ज्‍योतिसिंह ने बताया कि गंगासागर चार नंबर सी ब्रिज के निकट लगे इस शिविर में यात्रियों के लिए भोजन, रात्रि विश्राम और चिकित्‍सा का प्रबंध किया गया है। पांच दिवसीय इस शिविर के पहले दिन 700 लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य की जांच की गई। 2500 से अधिक लोगों को भोजन कराया गया। शिविर में 700 लोगों के रात्रि विश्राम की व्‍यवस्‍था की गई है। शिविर में डॉ. सौरव सिंह, डॉ. राजीव कुमार सिंह, डा जगजीत सिंह, डॉ. गुरजीत सिंह, रेशमा प्रजापति, ईशा प्रजापति की सेवाएं सराहनीय रही।

Post a Comment

Previous Post Next Post