बंगाल के कई जिलों में बाढ़ से बिगड़े हालात, सीएम ने किया दौरा


कोलकाता: पश्चिम मेदिनीपुर जिले में बाढ़ की स्थिति दिन पर दिन भयावह होती जा रही है। राज्य के हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना और मेदनीपुर जिले में बाढ़ की वजह से हालात बदतर होते जा रहे हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को जिले में पहुंचीं। उन्होंने घाटाल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पुलिस अधीक्षक धृतिमान सरकार और जिलाधिकारी खुर्शीद अली कादरी से बातचीत की। ममता ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचने की स्थिति का भी निरीक्षण किया। 

कांसी नदी का बांध टूटने के कारण दासपुर और डेबरा जैसे इलाकों में स्थिति अत्यधिक गंभीर हो गई है। मंगलवार रात से ही पानी गांवों में प्रवेश कर रहा है। दासपुर में एक दो मंजिला इमारत धीरे-धीरे जलमग्न हो गई और इमारत का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया। वहीं केशपुर में बाढ़ की वजह से 10 साल के एक बच्चे की मौत हो गई है।

डेबरा में लोआदा सदर घाट के पास कांसी नदी का बांध टूटने से पानी गांवों में प्रवेश करने लगा। स्थानीय लोगों ने मंगलवार रात से ही रेत की बोरियों से पानी रोकने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रात को पानी गांव में घुसने से लोगों को जागकर रात बितानी पड़ी। डेबरा थाने की पुलिस और स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रहे हैं। घाटाल, चंद्रकोणा, और दासपुर जैसे क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। दासपुर के गौंरा ग्राम पंचायत के रामपुर इलाके में बुधवार को पानी के तेज बहाव के कारण एक दो मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया। 

पलाशपाई नहर का बांध टूटने के कारण इमारत धीरे-धीरे जलमग्न हो रही है। प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और इमारत के निवासियों और उनके सामान को बाहर निकालने का काम जारी है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इमारत के मालिक का नाम स्वपन प्रामाणिक है। दासपुर के सामाट गांव में भी कांसी नदी का बांध टूट गया, जिससे पूरे इलाके में बाढ़ आ गई। लगातार बांध टूटने की घटनाओं से स्थानीय लोग डरे हुए हैं।

जिला प्रशासन के अनुसार, वर्तमान में पश्चिम मेदिनीपुर में 44 राहत शिविर संचालित हो रहे हैं, और उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। अब तक लगभग 10 हजार त्रिपाल वितरित किए जा चुके हैं। बाढ़ प्रभावितों को धोती, साड़ी और चादरें भी दी गई हैं। जिलाधिकारी कादरी ने कहा कि "बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी रखी जा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। बांधों की मरम्मत का काम स्थिति सामान्य होते ही शुरू किया जाएगा।"

केशपुर में मंगलवार को बाढ़ के पानी के तेज बहाव में एक नाबालक बह गया था, जिसका शव बाद में बरामद किया गया। आनंदपुर थाना के जगन्नाथपुर इलाके में उस नाबालक का घर था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक का नाम शेख गियासुद्दीन (10) था। वह मंगलवार दोपहर अपने घर से कुछ दूर बाढ़ का पानी देखने गया था। रास्ता पार करते समय पानी के बहाव में तीन नाबालक बह गए। दो बच्चों ने तैरकर अपनी जान बचाई, लेकिन गियासुद्दीन का कोई पता नहीं चला। बुधवार को उसका शव बरामद किया गया।

दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को हावड़ा और हुगली के विभिन्न इलाकों का भी दौरा कर चुकी हैं। हुगली से वह मेदिनीपुर गईं, जहां वह मेदिनीपुर सर्किट हाउस में रात बिताएंगी। गुरुवार को भी ममता बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी। बाढ़ की स्थिति के लिए उन्होंने डीवीसी (दामोदर घाटी निगम) को जिम्मेदार ठहराया। ममता ने कहा कि झारखंड से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे बारिश रुकने के बावजूद दक्षिण बंगाल में बाढ़ आ गई है।

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