पटना: बिहार में बीते दो दिन से अधिकतर जिलों में भारी से मध्यम दर्जे की बारिश लगातार हो रही है. इस वजह से बिहार से सटे नेपाल और उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. शुक्रवार 12 बजे मध्यरात्रि को गंडक बराज वाल्मीकि नगर से 3 लाख 39 हजार 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. संभावित बाढ़ को लेकर गंडक के निचले इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है. साथ ही, आज दोपहर 12 बजे कोसी बराज से 6.81 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसकी वजह से कोशी क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ की आशंका तेज हो गई है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने अगले 24 घंटों के दौरान पांच जिलों, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज और गोपालगंज में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है. शनिवार को आठ जिलों, दरभंगा, मधुबनी, कटिहार, भोजपुर, बक्सर, सहरसा, और समस्तीपुर जिले में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है. वर्षा के कारण नदियों में जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश के आसपास एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है. ट्रफ लाइन उत्तर महाराष्ट्र, उत्तर पश्चिम बिहार से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर गुजर रही है. इनके प्रभाव से खासतौर पर दक्षिणी भागों की तुलना में उत्तरी भागों में अत्यंत भारी वर्षा व दक्षिणी भागों में भारी वर्षा की चेतावनी है.
पटना व आसपास इलाकों में शुक्रवार को बूंदाबांदी की स्थिति बनी रही. बीते 24 घंटों में अररिया के फारबिसगंज में सर्वाधिक वर्षा 340.0 मिलीमीटर (मिमी) और राजधानी में 7.8 मिमीलीटर वर्षा दर्ज की गई. अररिया के जोकिहाट में 306.4 मिमी, किशनगंज के चरघरिया में 285.0 मिमी, अररिया के पलासी में 280.8 मिमी, अररिया के रानीगंज में 269.2 मिमी, अररिया के सिकटी में 268.4 मिमी, पूर्णिया के श्रीनगर में 246.6 मिमी, अररिया में 2.4.4 मिमी, सुपौल के राघोपुर में 203.0 मिमी, पूर्णिया के जलालगढ़ में 200.4 मिमी और पूर्णिया के ढेंगराघाट में 193.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई.
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