नई दिल्ली: रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने यानी कैश फॉर क्वेरी केस में लोकसभा की सदस्यता जाने के बाद टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की जांच का सामना कर रही हैं. फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के मामले में ईडी ने सोमवार को मोइत्रा को पेश होने के लिए कहा था. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, महुआ मोइत्रा ने पेशी के लिए 21 दिन की मोहलत मांगी है. हालांकि, मोहलत मांगने की वजह सामने नहीं आई है. एजेंसी ने मोइत्रा को 15 फरवरी को समन जारी किया था.
पिछले साल BJP सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर महंगे गिफ्ट्स और पैसे लेने के बदले में संसद में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर सवाल पूछने के आरोप लगाए थे. महुआ मोइत्रा पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगा था. जांच में दोषी पाए जाने पर महुआ को 8 दिसंबर 2023 को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था.
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