रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राममय हुआ रांची, कई कार्यक्रमों की तैयारी


गांव से लेकर शहर तक राम नाम की बह रही बयार

रांची: राजधानी रांची में श्रीराम के स्वागत की तैयारी जोर-शोर से हो रही है. पूरे देश में अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह चरम पर है. गांव से लेकर शहर तक राम नाम की बयार बह रही है. रांची का भी माहौल राममय हो गया है. 22 जनवरी तक यहां पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किए जा रहे हैं. इसको लेकर 13 जनवरी से ही कार्यक्रम शुरू हो गया है.

कार्यक्रमों की रूपरेखा

- 13 से 21 जनवरी तक हरमू मैदान में रामकथा

- 22 जनवरी को हरमू मैदान में अयोध्या श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण और भंडारा

- 21 जनवरी को इन्द्रपुरी मंदिर से पुष्पक विमान से पूरे श्रीराम परिवार के साथ शोभा यात्रा अलबर्ट एक्का चौक तक

- 21 जनवरी को तीन बजे दिल्ली की टीम द्वारा श्रीराम आधारित नाटिका की प्रस्तुति

- 21 जनवरी को शाम छह बजे अलबर्ट एक्का चौक पर सुप्रसिद्ध भजन गायिका स्वाती मिश्रा और अनुपमा यादव का गायन

- 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर अलबर्ट एक्का चौक के समक्ष सुंदर कांड का पाठ

- 22 जनवरी संध्या में भव्य आरती और बिहार लुधियाना से आये कलाकारों द्वारा भजन कार्यक्रम।

- 22 जनवरी को दीपोत्सव और मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना

रांची में श्रद्धालु पुष्पक विमान से श्रीराम दरबार के साथ भव्य अयोध्या मंदिर के प्रारूप का दर्शन करेंगे। राजधानी का हृदय स्थली अलबर्ट एक्का चौक पर स्थित श्रीराम मंदिर के समक्ष जहां गंगा आरती की जाएगी, वहीं जानी-मानी भजन गायिका स्वाती मिश्रा के भजन का आनंद यहां के श्रद्धालु उठाएंगे।

रातु रोड स्थित इन्द्रपुरी मंदिर से पहाड़ी बाबा मंदिर, अपर बाजार और अलबर्ट एक्का चौक तक शोभा यात्रा के साथ 21 जनवरी को पुष्पक विमान से श्रीराम दरबार का नगर भ्रमण के साथ शोभा यात्रा निकाली जायेगी. आयोजक रमेश सिंह कहते हैं कि पूरी राजधानी को राममय में बनाने की तैयारी है. आयोजन समिति के सदस्य इन्द्रजीत यादव का कहना है कि हम सभी के लिए 22 जनवरी का वो वक्त अद्भुत होगा जब भगवान अयोध्या में पधारेंगे.

रांची के सांसद संजय सेठ ने एक हजार लोगों के बीच दिया बाती और राम ध्वज का वितरण किया. उन्होंने कहा कि 22 तारीख को स्लम एरिया के लोग भी प्रभु राम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने-अपने घरों में राम ध्वज और दीया जलाएं. इसी उद्देश्य के साथ दीया बाती और रामध्वज का वितरण किया जा रहा है.

Post a Comment

Previous Post Next Post