वाराणसी: सावन माह के सातवें सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के स्वर्णिम दरबार में दर्शन पूजन के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा. कतारबद्ध श्रद्धालु हर-हर महादेव के गगनभेदी उद्घोष के बीच अपनी बारी आने पर मंदिर में पहुंच कर दर्शन पूजन कर रहे हैं. इस बार शाम को बाबा विश्वनाथ के दरबार में उनका अर्धनारीश्वर रूप में शृंगार होगा.
उल्लेखनीय है कि सावन माह में हर सोमवार को बाबा के अलग-अलग स्वरूप के शृंगार की परंपरा है. इसके तहत काशी विश्वनाथ धाम के गर्भगृह में बाबा की अर्द्धनारीश्वर स्वरूप में झांकी सजाई जाएगी. स्वर्णिम गर्भगृह में बाबा के इस विशिष्ट स्वरूप का दर्शन रात लगभग नौ बजे के शृंगार दर्शन में मिलेगा. मनु स्मृति में बाबा के अर्द्धनारीश्वर स्वरूप का वर्णन है.
सावन के सातवें सोमवार और पुरुषोत्तम मास में बाबा के दरबार में मंगला आरती के बाद स्वर्णमंडित गर्भगृह के कपाट खुलते ही शुरू हुआ दर्शन-पूजन का सिलसिला अनवरत जारी है. मंदिर के गर्भगृह के बाहर से ही शिव भक्तों और कांवरियों को झांकी दर्शन मिल रहा है. पावन ज्योर्तिलिंग पर जल चढ़ाने के लिए लोहे के पात्र लगाए गए है. इन पात्रों से होकर गंगाजल और पूजा सामग्री सीधे बाबा के ज्योर्तिलिंग तक पहुंच रही है. भक्तों को भीड़ के बावजूद कॉरिडोर परिसर में खुला माहौल मिलने से उनकी थकान चेहरे पर दिख नहीं रही.
बाबा के दरबार में दर्शन पूजन के लिए रविवार देर शाम से ही लाइन लग गई. मंदिर के आसपास की गलियों में भी शिवभक्तों की भीड़ हर-हर महादेव का उदृघोष कर दर्शन पूजन के लिए बैरिकेडिंग में कतारबद्ध हो रही थी. दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान करने के लिए भी भीड़ जुटी रही. मंदिर के प्रमुख द्वारों से बाबा दरबार में भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है. भीड़ को देखते हुए सुरक्षा बलों की तैनाती विभिन्न चेक पोस्ट पर की गई है. भीड़ मंदिर परिसर में जिगजैग कतार से आगे बढ़ाई जा रही है.
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