काठमांडू: भारत की तरफ से पिछले सप्ताह प्याज पर निर्यात शुल्क में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के कारण नेपाल में प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई हैं. निर्यात शुल्क में वृद्धि की खबर के तुरन्त बाद प्याज के आयात पर रोक लग गई थी, जिसके कारण कीमतें बढ़ने की जानकारी दी गई है.
काठमांडू की सबसे बड़ी मण्डी कालीमाटी सब्जी बाजार में प्याज की कालाबाजारी करने के आरोप में सरकार ने एक दर्जन से अधिक व्यापारियों पर जुर्माना लगा दिया था. बाजार अनुगमन समिति के सूचना अधिकारी विनय श्रेष्ठ ने बताया कि शनिवार को प्याज पर निर्यात शुल्क बढ़ाने के बाद भारत से प्याज आना बन्द हो गया था. हालांकि बुधवार रात से गुरुवार दोपहर 11 बजे तक भारत से 120 मीट्रिक टन प्याज आयात किया गया है.
पिछले हफ्ते भारत से 145 मीट्रिक टन प्याज आयात किया गया था. बाजार में प्याज की सप्लाई सुचारू होने के बाद अब व्यापारियों की मनमानी कीमतें बढ़ाने पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने होलसेल बाजार में प्याज की कीमतों में 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है.
बाजार अनुगमन समिति के सूचना अधिकारी के मुताबिक अब तक 65 रुपये प्रति किलो होलसेल रेट रहे प्याज की कीमतों में 16 रुपये बढ़ाकर 81 रुपये प्रति किलो कर दिया गया है. श्रेष्ठ ने कहा कि कालीमाटी सहित काठमांडू के हर होलसेल मण्डियों में कोई भी व्यापारी 81 रुपये प्रति किलो से अधिक कीमत पर नहीं बेच सकता है. अगर कोई कीमतें बढ़ाकर बेचता हुआ पाया गया तो उसको जुर्माना देना होगा.
सरकार की तरफ से होलसेल में प्याज की कीमत बढ़ाने के कारण इसके खुदरा मूल्य 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है. काठमांडू के खुदरा व्यापारियों ने स्थानीय बिक्री कर और ढुलाई खर्च का हवाला देते हुए प्रति किलो 100 रुपये से अधिक पर प्याज बेचने को मजबूर होने का तर्क दिया है.
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