बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज 'लैंड फॉर जॉब' मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश हुए हैं. सीबीआई ने इससे पहले उन्हें तीन बार समन किया था, लेकिन पत्नी के खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर वो पूछताछ के लिए नहीं गए थे. वहीं तेजस्वी यादव की बहन और आरजेडी की राज्यसभा सांसद मीसा भारती को भी ईडी ने नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है.
सीबीआई दफ्तर पहुंचकर तेजस्वी ने कहा कि जांच एजेंसियों को शुरू से सहयोग किया है. देश के माहौल को आप समझ रहे हैं, झुकना आसान है, लेकिन लड़ना बेहद मुश्किल है. उन्होंने कहा कि हमने लड़ने का फैसला किया है, हम लड़ेंगे और जीतेंगे. तेजस्वी यादव ने इस मामले को विच-हंट करार दिया है और कहा कि जब नौकरियों के लिए जमीन के कथित अपराध की बात की जा रही है, तब उनकी उम्र बहुत कम थी.
बता दें कि दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का घर कथित रूप से तेजस्वी यादव के स्वामित्व में है. एजेंसियों द्वारा आगे की जांच से पता चला कि न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का घर एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो कथित तौर पर यादव परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी है. यह घर 4 लाख रुपये में खरीदा गया था, एजेंसियों के मुताबिक एनएफसी वाले घर का वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 150 करोड़ रुपये है.
आरोप है कि इस संपत्ति को खरीदने के लिए भारी मात्रा में नकदी और अवैध धन कथित तौर पर भेजा गया था. मुंबई की कुछ कंपनियां जो गहनों का कारोबार करती हैं, वे भी इसमें शामिल थीं. इसके अलावा दिल्ली स्थित इस घर का उपयोग दो कंपनियों एबी एक्सपोर्ट्स और एके इंफोसिस्टम्स के ऑफिस के रूप में किया गया था. जांच से यह भी पता चला है कि जमीन को बाजार मूल्य के एक चौथाई और 1/5 के बराबर कम दर पर बेचा गया था.
कथित तौर पर लालू परिवार द्वारा 7.5 लाख रुपये में चार भूखंडों का अधिग्रहण किया गया था और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना को 3.5 करोड़ रुपये में बेचा गया था. यह पैसा तब कथित तौर पर तेजस्वी यादव के बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया गया था.
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