केरल के वायनाड सीट से सांसद राहुल गांधी इन दिनों अपनी भारत जोड़ो यात्रा निकाले हुए हैं। कन्याकुमारी से निकली ये यात्रा कई राज्यों से होकर गुजर रही है। इस यात्रा में रोजाना राहुल कई किलोमीटर तक पैदल चल रहे हैं। इस यात्रा के दौरान एजुकेशन और देश में बढ़ती बेरोजगारी जैसे कई मुद्दे पर अपनी बात की है। ऐसे में अगर आपके मन में ये सवाल उठ रहा हो कि देश के एजुकेशन की बात कर रहे सांसद की एजुकेशन क्वालिफिकेशन क्या है, तो आइए हम आपको इसकी जानकारी दे दें
डेवलेपमेंटल स्टडीज में किया M.Phil
पिछले चुनाव के नामांकन के समय हलफनामे में उनके द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी ने 1995 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से डेवलेपमेंटल स्टडीज (Developmental studies) में एमफिल यानी मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री हासिल की है।
एक फर्म में काम करते थे राहुल
राजनीति में आने से पहले, राहुल लंदन में एक मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म मॉनिटर ग्रुप में काम करते थे। इसके बाद 2002 में उन्हें मुंबई स्थित टेक्नोलॉजी आउटसोर्सिंग फर्म बैकॉप्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों में से एक के रूप में नियुक्त किया गया था।
कब ली राजनीति में एंट्री?
मार्च 2004 में राहुल गांधी ने भारतीय राजनीति में एंट्री की। अपने पिता राजीव गांधी के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से चुनाव लड़कर, राहुल गांधी ने शानदार जीत हासिल की, जहां राहुल एक लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की। राहुल गांधी को 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष का पद मिला। इसके बाद लोकसभा 2019 के चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली। जिस पर हार की जिम्मेदार लेते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ दे दिया। 2019 में लड़े गए आखिरी चुनाव के दौरान उनके द्वारा प्रस्तुत हलफनामे के अनुसार, राहुल गांधी की नेट वर्थ 15.17 करोड़ रुपये है। उनके पास 15.89 करोड़ रुपये की संपत्ति है और उनके नाम 72.02 लाख रुपये की देनदारियां भी हैं।
Post a Comment