हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रचंड जीत के बावजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के हाथों अपनी हार को पचा नहीं पा रही। चुनाव नतीजे आने के करीब डेढ़ महीने बाद अब ममता ने नंदीग्राम के चुनाव परिणाम को चुनौती देते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। आज (शुक्रवार) को कलकत्ता हाईकोर्ट में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम के नतीजे को चुनौती देने के मामले में सुनवाई 24 जून के लिए स्थगित हुई है।
मालूम हो कि इस सीट पर करीबी मुकाबले में सुवेंदु अधिकारी ने ममता को हराया था। अब ममता ने अपने वकील के माध्यम से हाई कोर्ट में सुवेंदु की जीत को चुनौती दी थीं। सूत्रों के अनुसार याचिका में ममता ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए नंदीग्राम में पुनर्मतगणना की मांग की थीं। दरअसल, ममता ने पहले ही आरोप लगाया था कि मतगणना के दिन पुनर्मतगणना की मांग के बावजूद रिटर्निंग ऑफिसर ने इसकी इजाजत नहीं दी। तृणमूल कांग्रेस की ओर से दो मई को चुनाव नतीजे के दिन ही नंदीग्राम के चुनाव परिणाम के खिलाफ अदालत में जाने की घोषणा की गई थी। हालांकि इसके बाद करीब डेढ़ महीने तक इस मुद्दे पर तृणमूल चुप रही। अब अचानक ममता की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दायर कर पुनर्मतगणना की मांग की गई।
दरअसल तृणमूल का आरोप है कि पहले ममता बनर्जी को नंदीग्राम से विजेता घोषित कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद कुछ ही मिनटों के अंदर अचानक चुनाव परिणाम बदल गया और सुवेंदु अधिकारी को विजेता घोषित कर दिया गया। तृणमूल पहले ही इसके पीछे गड़बड़ी की आशंका जाहिर कर चुकी है।
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