मंगलवार को शेयर बाजारों में छाई मायूसी खत्म हो गई। BSE मेन इंडेक्स Sensex शानदार तेजी के साथ खुला। Sensex करीब 350 अंक की तेजी के साथ 52885 अंक पर खुला और उसने 52957 अंक का High भी बनाया। उसके बाद सेंसेक्स पहली बार 53,000 का आंकड़ा पार कर गया। Maruti समेत ज्यादातर शेयरों में तेजी दिखी। सोमवार को Reliance Ind ने बाजार को संभाला था। उधर, NSE Nifty भी 100 अंक ऊपर 15850 अंक पर कारोबार कर रहा है।
एक दिन पहले बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में बड़ी गिरावट से बाहर निकलते हुए 230 अंक की अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ था। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच HDFC बैंक, HDFC लि., भारतीय स्टेट बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती आयी। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 600 अंक से अधिक नीचे चला गया था। बाद में गिरावट से उबरते हुए इसमें तेजी लौटी और अंत में 230.01 अंक यानी 0.44 प्रतिशत मजबूत होकर 52,574.46 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 63.15 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 15,746.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 3.87 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में एनटीपीसी का शेयर रहा। इसके अलावा टाइटन, एसबीआई, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और इंडसइंड बैंक में भी अच्छी तेजी रही।
HDFC के शेयर चमके
बाजार में तेजी में मुख्य रूप से एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि. और रिलायंस इंडस्ट्रीज का योगदान रहा। दूसरी तरफ, मारुति में सर्वाधिक 0.82 प्रतिशत की गिरावट आई। कंपनी ने कहा है कि वह जरूरी सामानों के दाम में तेजी के कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अपने सभी वाहनों के दाम बढ़ाएगी।
TCS में गिरावट
इसके अलावा टीसीएस, टेक महिंद्रा और एल एंड टी और इन्फोसिस समेत अन्य शेयरों में 0.74 प्रतिशत तक की गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीति को लेकर आक्रमक रुख के कारण घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला। हालांकि, बाजार न्यूनतम स्तर से बाहर निकलते हुए अंत में तेजी के साथ बंद हुआ। क्योंकि बाजार प्रधानमंत्री की सभी नागरिकों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की घोषणा से तीव्र आर्थिक पुनरूद्धार की उम्मीद कर रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का प्रदर्शन बेहतर रहा। इसका कारण निजीकरण को लेकर सरकार के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक के नाम को अंतिम रूप दिये जाने की रिपोर्ट है।
लिवाली को तरजीह
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में सुधार बाजार में तेजी का प्रमुख कारण रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आम बैठक से पहले कंपनी का शेयर मजबूत हुआ और बाजार को संभलने में मदद मिली। वाहन और आईटी को छोड़कर ज्यादातर प्रमुख खंडवार सूचकांक नुकसान से उबरते हुए लाभ में रहे। उन्होंने कहा कि निवेशकों ने गिरावट के बाद एक बार फिर छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों में लिवाली को तरजीह दी।