मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में कोविड टेस्टिंग और कोरोना संक्रमण से मुक्त होनेवाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 10 दिनों में संक्रमण दर में भी कमी आयी है। आईसीयू/ऑक्सीजन युक्त बेड /जेनरल बेड की संख्या में भी पिछले एक माह काफी बढ़ोतरी की गयी है। अमृत वाहिनी ऐप एवं अस्पताल सर्किट के कारण अब सभी तरह के बेड समय पर मिलने से सबको राहत मिली है। ऑक्सिजन एवं अन्य ज़रूरी दवाइयों की कालाबाज़ारी पर रोक लगाते हुए उन्हें और सुगमता से आम जन तक कैसे पहुंचाया जाए, इसपर हम लगातार कार्य कर रहे हैं।
किसी तरह की परेशानी के लिए क्षमा करें
कोरोना राहत किट के ज़रिए हर ज़रूरतमंद तक हम दवाइयां समय पर पहुंचाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपकी सरकार, आपकी सुरक्षा हेतु हर ज़रूरी प्रयास कर रही है, पर इन प्रयासों में कमी के कारण आपको हुई किसी भी तरह की परेशानी के लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं। कहा कि आपको भरोसा दिलाना चाहूंगा कि अपने सीमित संसाधनों में हम आपको बेहतर से बेहतर सभी सुविधा अवश्य उपलब्ध करायेंगे। अब सभी झारखंडवासियों को निःशुल्क वैक्सीन दिलाना हमारी अगली प्राथमिकता है, जिसे हम अवश्य पूरा करेंगे। आप सब के सहयोग से आंशिक लॉकडाउन के फायदे हम देख रहे हैं, पर आप सब से पुनः प्रार्थना है कि बिना मास्क और बिना जरूरी कार्य के अपने घरों से ना निकलें।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोविड-19 के तीसरे लहर की तैयारी में जुटें
झारखंड में 18 वर्ष से अधिक उम्र से लेकर 44 वर्ष तक के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत 14 मई से होगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को की। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को वैक्सीनेशन के लिए कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है, राज्य सरकार मुफ्त वैक्सीनेशन का कार्य कर रही है। 14 मई से जैसे-जैसे वैक्सीन की उपलब्धता होगी, लोगों को हम वैक्सीन देने में सक्षम होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के प्रति कोई भ्रम अथवा असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है यह संदेश लोगों के बीच अधिक से अधिक प्रेषित करें। हम सभी के जीवन की सुरक्षा कवच के रूप में वैक्सीन अहम होगी।
सीएम ने आवश्यक, स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने का दिया भरोसा
इसके पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने आवासीय कार्यालय से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर संथाल परगना प्रमंडल एवं पलामू प्रमंडल के सभी सांसदों/विधायकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विचार-विमर्श किया। सभी के विचार एवं सुझाव से अवगत होने के पश्चात मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि निश्चित रूप से वर्तमान में समय बहुत ही चिंता की घड़ी है। सभी लोग कठिन दौर से गुजर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए चुनौती अधिक है क्योंकि झारखंड एक पिछड़ा राज्य है। यहां के 70 फीसद लोग ग्रामीण क्षेत्र में वास करते हैं और इनका जीवन-यापन खेती-बाड़ी अथवा मजदूरी से चलता है।
सीएम ने आवश्यक, स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने का दिया भरोसा
इसके पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने आवासीय कार्यालय से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर संथाल परगना प्रमंडल एवं पलामू प्रमंडल के सभी सांसदों/विधायकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विचार-विमर्श किया। सभी के विचार एवं सुझाव से अवगत होने के पश्चात मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि निश्चित रूप से वर्तमान में समय बहुत ही चिंता की घड़ी है। सभी लोग कठिन दौर से गुजर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए चुनौती अधिक है क्योंकि झारखंड एक पिछड़ा राज्य है। यहां के 70 फीसद लोग ग्रामीण क्षेत्र में वास करते हैं और इनका जीवन-यापन खेती-बाड़ी अथवा मजदूरी से चलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी के सहयोग से राज्य सरकार ने पड़ोसी राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल की अपेक्षा कोरोना संक्रमण को लेकर बेहतर काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच अच्छे कार्य करने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइनवर्कर धन्यवाद के पात्र हैं। मैं उनको नमन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कई पदाधिकारी संक्रमित मरीजों की जान बचाते-बचाते अपनी जान गवां चुके हैं उन्हें भी मेरा शत-शत नमन।
ऑक्सीजन युक्त बेड की उपलब्धता पर पूरा फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में रांची, धनबाद, जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में जीवन रक्षक दवाइयों से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। जहां शुरुआती दौर में राज्य में मात्र 250 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध थे आज हम राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 10,000 से अधिक ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था कर सके हैं। ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर अफरा-तफरी के माहौल से हमें निकालने का काम किया है।
कोविड सर्किट एवं संजीवनी वाहन का मिल रहा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोविड सर्किट एवं संजीवनी वाहन का शुभारंभ किया गया है। एक सप्ताह के अंदर 800 मरीजों को कोविड सर्किट के तहत आसपास के कोरिडोर वाले अस्पताल में चिकित्सा उपलब्ध कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संजीवनी वाहन द्वारा अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई जिलों में ऑक्सीजन बैंक स्थापित किए जा रहे हैं।
ऑक्सीजन रेगुलेटर की उपलब्धता को लेकर किया जा रहा प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी ने ऑक्सीजन फ्लोमीटर (रेगुलेटर) की उपलब्धता के लिए अपने सुझाव दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में होने के बावजूद रेगुलेटर की कमी होने के कारण इलाज में बाधा पहुंच रही है। राज्य सरकार द्वारा रेगुलेटर की उपलब्धता के लिए इंडो-डेनिश टूल रूम के साथ समन्वय बनाकर तथा राज्य के कई निजी कंपनियों के सहयोग से रेगुलेटर का मॉडल तैयार करने पर कार्य किया जा रहा है। जल्द ही हम अपने राज्य में ही रेगुलेटर तैयार करने में सक्षम हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेजल पाइप की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर हम लगातार प्रयासरत हैं। हफ्ते दिन के अंदर हम नेजल पाइप की आपूर्ति सुचारू रूप से कर सकेंगे।
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