E-pass Apply, E-pass Jharkhand कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए झारखंड में 16 मई की सुबह 6 बजे से 27 मई तक सख्त लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन में घरों से बाहर निकलने के लिए ई-पास अनिवार्य है। पहले ही वेबसाइट क्रैश करने के कारण ई-पास निर्गत नहीं हो रहा था। इसमें सुधार के लिए अब ई-पास के लिए तीन लिंक जारी किए गए हैं, जिनमें किसी एक से ई-पास हासिल किया जा सकता है। इन सभी लिंक से ई-पास निर्गत होना प्रारंभ हो गया। सोमवार को बोकारो जिले से कुल 40112 लोगों को पास जारी किया गया। इनमें से 1601 लोगों ने अंतरराज्यीय ई-पास लिया तो 9712 लोगों ने झारखंड के अलग-अलग जिलों के लिए ई-पास की सुविधा ली। वहीं रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने तथा व्यवसाय से जुड़े 28799 लोगों को ई-पास परिवहन विभाग द्वारा स्वीकृत किया गया। इसके बावजूद यह संख्या नाकाफी है। जिले में केन्द्रीय लोक उपक्रम , राज्य सरकार, निजी उद्योगों में काम करने वाले लोगों की संख्या लगभग दो लाख के करीब है। वहीं जिले दो हजार बैंकर्स के साथ-साथ अन्य कार्य में लगे लोगों ने ई-पास डाउन लोड अब तक नहीं किया है।
ऐसे बनाएं ई-पास
-ई-पास बनाने के लिए सबसे पहले epassjharkhand.nic.in पर लॉगइन करके अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर कराना होगा।
-रजिस्टर मोबाइल नंबर पर पासवर्ड जेनरेट करना होगा।
-पासवर्ड में एक बड़ा अक्षर, एक छोटा अक्षर, एक न्यूमेरिक नंबर (0–9) और एक स्पेशल कैरेक्टर रखना अनिवार्य होगा।
-पासवर्ड कंफर्म होने के बाद झारखंड सरकार का डैशबोर्ड आएगा। जिसपर फोन नंबर, पासवर्ड डालने के बाद पसर्नल जानकारी देने का ऑप्शन खुल जाएगा।
-पसर्नल जानकारी और डॉक्यूमेंट जमा करने के ऑप्शन में आपको पूरी जानकारी देनी होगी।
-डॉक्यूमेंट के लिए वोटर आइडी कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस का ऑप्शन दिया गया है। जो भी डॉक्यूमेंट सब्मिट करते हैं, उसका आइडी नंबर देना होगा।
-पर्सनल जानकारी देने के बाद ई-पास का ऑप्शन आएगा।
चार तरह के होंगे ई-पास
झारखंड से बाहर जाने के लिए
झारखंड के अंदर एक जिला से दूसरा जिला जाने के लिए
जिला के अंदर आने-जाने के लिए
राज्य के बाहर से झारखंड आने के लिए
किसे कितने देर के लिए पास
-पीडीएस दुकानदार को सुबह-6 बजे से तीन बजे तक एक साथ 27 मई तक के लिए ।
-पेट्रोल पंप के मालिक व कर्मचारियों के लिए 27 मई तक के लिए बिना समय सीमा के ।
-फल, सब्जी, राशन, दूध, मिठाई दुकान, खाने के सामान के दुकान सुबह-6 बजे से तीन बजे तक एक साथ 27 मई तक के लिए ।
-होटल, रेस्टोरेंट व ढाबा के मालिक के लिए 27 मई तक के लिए बिना समय सीमा के ।
-माल गोदाम, ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने वालों के लिए 27 मई तक के लिए बिना समय सीमा के ।
-कृषि, खनन, निर्माण , उद्योग में कार्य करने व कराने वाले लोगों के लिए 27 मई तक के लिए बिना समय सीमा के ।
-कृषि एवं निर्माण कार्य के सामान की बिक्री करने वाले मालिक व कर्मचारी को सुबह-6 बजे से तीन बजे तक एक साथ 27 मई तक के लिए ।
-गाड़ी बनाने वाले गैराज के मालिक व कर्मचारी के लिए 27 मई तक के लिए बिना समय सीमा के ।
-बाजार से सामान खरीद करने के लिए दो घंटा ।सरकारी कर्मचारी, बिजली, जलापूर्ति, टेलीकाॅम, मीडिया, कोरियर, सिक्योरिटी सर्विस के लोगों के लिए 27 मई तक के लिए बिना समय सीमा के ।
-विवाह एवं श्राद्ध के लिए एक दिन ।
भाजपा ने कसा तंज
झारखंड विधानसभा में प्रतिपक्ष भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने ई-पास व्यवस्था पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि ई-पास पूरी तरह अव्यावहारिक है। सरकार को लॉकडाउन करना था तो पूरी तरह करे। यह केवल चौक-चौराहों पर उगाही का साधन बन गया है। ई-पास के सिस्टम में कई प्रकार की खामियां है। दूध बेचने वाले लोगों को कहा जा रहा कि तीन बजे तक ही पास मिलेगा। जबकि सभी लोग जानते हैं कि दूध का व्यवसाय करने वाले लोगों को सुबह शाम-काम करना होता है। गाय-भैंस सुबह शाम ही दूध देती है। बोकारो इस्पात संयंत्र के कर्मी रात दिन पूरे देश को ऑक्सीजन सप्लाई कर रहे हैं। उन्हें ई-पास के लाइन में खड़ा कर दिया गया। केन्द्रीय लोक उपक्रम सेल, रेल, डीवीसी सहित बियाडा के मजदूरों को ई-पास से बाहर करना चाहिए उनके नियोक्ता का आइकार्ड ही मान्य होना चाहिए । प्रदेश की सरकार पूरी तरह अदूरदर्शी है। जनता को परेशान कर पावर दिखाने की कोशिश हो रही है। सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।
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