COVID-19: वैक्सीन के बावजूद बेकाबू हैं हालात, बीते 24 घंटों में 1 हजार से अधिक मौतें, 1,84,372 नए मामले

घातक कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बीते 24 घंटों में 1 हजार से अधिक नई मौतें दर्ज हुई वहीं 1 लाख 80 हजार से भी अधिक नए मामले आए हैं जो महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे देश की चिंताजनक हालात का गवाह है। देश में वैक्सीनेशन का काम भी जारी है। इसमें कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। संक्रमण से बचाव के लिए देश के अधिकांश राज्यों में तमाम पाबंदियां लगाई गई हैं और सख्ती बरती जा रही है। इसके तहत कई राज्यों ने लॉकडाउन से लेकर नाइट कर्फ्यू जैसे फैसले लिए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय का आंकड़ा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में COVID19 के 1,84,372 नए मामले आए और 1,027 नई मौतें दर्ज की गई। इसके बाद अब तक देश में कुल संक्रमण का आंकड़ा 1,38,73,825 हो गया और मरने वालों की संख्या 1,72,085 हो गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की ओर से देश में कोरोना टेस्टिंग के आंकड़ों को जारी किया गया। इसमें बताया गया कि मंगलवार तक देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए कुल 26,06,18,866 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 14,11,758 सैंपल केवल कल टेस्ट किए गए। 

चार दिवसीय टीका उत्सव

रविवार को (ज्योतिराव फुले की जयंती) से देश भर में चार दिवसीय कोविड-19 वैक्सीन प्रोग्राम 'टीका उत्सव' की शुरुआत की गई जो बुधवार (अंबेडकर जयंती) तक है। 2 अप्रैल से सरकार ने 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए वैक्सीन का अभियान शुरू किया। वैक्सीनेशन के पहले फेज में सभी हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन की खुराक दी गई। 1 मार्च से दूसरे फेेज के वैक्सीनेशन के तहत 60 साल से अधिक उम्र वालों व 45 से अधिक कमोरबिडिटी वाले लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई।

विदेशी वैक्सीन को भी मिली अनुमति

मंत्रालय ने बताया कि देश में कुल 11,11,79,578 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है। बता दें कि देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके तहत देश में विकसित कोविशील्ड व कोवैक्सीन की खुराक लोगों को दी जा रही है। देश के कई राज्यों में वैक्सीन के स्टॉक की कमी को देखते हुए सरकार विदेशी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की भी अनुमति दे रही है। इस क्रम में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक V के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी जा चुकी है।


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