राकांपा (NCP) के राज्य प्रमुख और महा विकास आघाडी सरकार में वरिष्ठ मंत्री जयंत पाटिल ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे से इनकार कर दिया। रविवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर तीन घंटे चली बैठक के बाद जयंत पाटिल ने कहा कि बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरा वाहन और व्यवसायी मनसुख हिरेन की मौत के मामले में ध्यान भटकाने की जरूरत नहीं है। दरअसल हर माह 100 करोड़ रुपये की महावसूली के सियासी तूफान में घिरे महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर इस्तीफा देने का दबाव बहुत बढ़ गया था।
NCP के शीर्ष नेताओं की बैठक लिया गया अहम फैसला
वरिष्ठ मंत्री जयंत पाटिल ने कहा ‘महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता है।’ऐसा करके दो अहम घटनाओं से ध्यान भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अनिल देशमुख के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फैसला करेंगे। बता दें कि ये बैठक अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के आरोपों के परिप्रेक्ष्य में राकांपा के शीर्ष नेताओं के साथ हुई थी। मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने दावा किया है कि गृहमंत्री अनिल देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी मुंबई में होटल और बार से उनके लिए हर माह100 करोड़ रुपये की वसूली करें।
बैठक से पहले संजय राउत और कमलनाथ ने भी की मुलाकात
शरद पवार के आवास पर हुई इस अहम बैठक में वरिष्ठ नेताओं सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राकांपा के महाराष्ट्र प्रमुख और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल भी उपस्थित थे। इस मामले में शरद पवार का कहना था कि परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर बेहद गंभीर आरोप लगाये हैं। इसकी जांच गहनता से होनी चाहिये। इस बैठक से पहले शिवसेना के नेता संजय राउत ने भी उनसे मुलाकात की थी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ भी शरद पवार से अलग से मिले थे।
ADVERTISEMENT